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    Madhya Pradesh: देश में शांति और न्याय के लिए हर घर गांधी और हर घर संविधान अभियान चलाएंगे: राजगोपाल पीवी

    By Sachin Kumar MishraEdited By:
    Updated: Sat, 16 Apr 2022 07:29 PM (IST)

    Madhya Pradesh गांधीवादी और सर्वोदयी नेता राजगोपाल पीवी ने कहा कि परिवार समाज गांव-शहर और देश में शांति व न्याय की स्थापना के लिए हर घर गांधी और हर घर संविधान अभियान चलाया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज परिवर्तन में युवाओं की महती भूमिका है।

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    देश में शांति और न्याय के लिए हर घर गांधी और हर घर संविधान अभियान चलाएंगे : राजगोपाल

    मुरैना, जेएनएन। मध्य प्रदेश के मुरैना में गांधीवादी और सर्वोदयी नेता राजगोपाल पीवी ने कहा कि परिवार, समाज, गांव-शहर और देश में शांति व न्याय की स्थापना के लिए हर घर गांधी और हर घर संविधान अभियान चलाया जाएगा। मुरैना के गांधी सेवा आश्रम जौरा में आयोजित बागियों के आत्मसमर्पण के स्वर्णजयंती समारोह के समापन सत्र में राजगोपाल ने कहा कि बीहड़ में 14 अप्रैल 1972 को सैकड़ों डकैतों के आत्मसमर्पण की 50वीं वर्षगांठ पर विचारकों ने शांति और सद्भाव पर जोर दिया है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज परिवर्तन में युवाओं की महती भूमिका है। उनके मुताबिक, न्याय और शांति के लिए उन्हें आगे आकर डा. एसएन सुब्बाराव के सपने 'एकता, अखंडता, भाई-चारा, सांप्रदायिक सद्भावना' पर काम करने की जरूरत है। इसके लिए हर घर गांधी और हर घर संविधान अभियान चलाया जाएगा। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के राजनैतिक सलाहकार रहे प्रख्यात स्तंभकार सुधींद्र कुलकर्णी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर आगामी 25 वर्षों के लिए जनता की भागीदारी के साथ गांधी को केंद्र में रखकर एक महाअभियान चलाने का सुझाव दिया। वहीं, कुलकर्णी ने लेखक और पत्रकार जगदीश शुक्ला द्वारा लिखित गांधीवाद के मंत्र से बदली चंबल की तकदीर पुस्तक का विमोचन भी किया।

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    जल, जंगल-जमीन से संबंधित प्रस्ताव पारित

    इस मौके पर गांधीवादी रामधीरज ने 10 प्रस्तावों को रखा, जिन्हें सर्वसम्मति से पारित किया गया। प्रस्तावों में प्राकृतिक संसाधनों जल, जंगल और जमीन पर स्थानीय समुदाय का अधिकार और उसका उपयोग न कि दोहन, स्वावलंबन के लिए सामूहिक उपक्रमों, कुटीर उद्योग धंधों को बढ़ावा, स्थानीय स्तर पर विवादों का मेल-मिलाप से हल करना, गांव की कमाई गांव में ही रहे और ग्राम कोष की स्थापना का प्रयास, हर घर गांधी-हर घर संविधान की पहुंच, नशामुक्त भारत अभियान, प्रकृति व पर्यावरण की हर हाल में रक्षा, मन व समाज की शांति के लिए सर्वधर्म प्रार्थना आदि का उल्लेख किया गया है।