भारत में रहना है तो सीता-राम कहना होगा... जबलपुर में बोले पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने जबलपुर में कहा कि भारत में अगर रहना है तो सीता-राम कहना है। उन्होंने रामनवमी के मौके पर निकाले गए जुलूस पर पथराव की घटना की निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्य पूर्ण बताया।
जबलपुर, आनलाइन डेस्क। बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को रामनवमी के जुलूस पर पत्थर फेंकने वालों पर भड़क गए। उन्होंने कहा कि जुलूस पर पत्थर फेंकना दुर्भाग्य की बात है। अगर भारत में रहना है तो सीता-राम कहना है।
'पवित्र प्रेम ही मानसिक महारास है'
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि श्री कृष्ण जी ने एक रास रचाया था, लेकिन श्रीरामजी ने 999 रास रचाए हैं। आप उन्हें कम मत आंकना। कृष्ण उनके चेले जैसे हैं। भगवान राम से जो भी प्रेम करते थे, उन्होंने उसे अगले जन्म में मिलने को कहा। यह पवित्र प्रेम ही मानसिक महारास है।
'श्रीकृष्ण के अनेक विवाह के कारण हैं श्रीरामजी'
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि भले ही श्रीकृष्ण के अनेक विवाह हुए, पर हर विवाह का कारण श्रीरामजी ही हैं, क्योंकि रामजी पर जो भी मोहित हुआ, उन्होंने अगले जन्म में मिलने को कह दिया। सखियों से लेकर महात्मा तक जो उन पर मोहित हुए, सबको उन्होंने अगले जनम में मिलने को कहा। यही वचन श्रीकृष्ण के अनेक विवाह का कारण बना।
जबलपुर ने जीता दिल
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जबलपुर ने दिल जीत लिया है। यहां की कथा अनूठी रही। जबलपुर वासियों ने जो प्यार बरसाया, उसके क्या कहने। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि हम चले जाएंगे, पर आप सनातन के लिए आधे न होना, नहीं तो दोबारा आऊंगा चमीटा लेके।