जेएनएन, भोपाल। राजधानी में आबादी के साथ ही बढ़ती वाहनों की संख्या से सड़क हादसों ने अखरने वाले आयाम अख्तियार कर लिए हैं। रोजाना औसत आठ सड़क हादसे होते हैं। उनमें किसी न किसी घर का चिराग बुझ जाता है। इस वर्ष नगरीय पुलिस के क्षेत्र में नवंबर माह के अंत तक 2716 सड़क दुर्घटनाएं हुईं हैं। इनमें 182 लोग मारे गए हैं। इनमें सबसे अधिक 26 लोगों ने नवंबर में जान गंवाई है। जबकि 11 माह में घायलों की संख्या 1936 रही। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हुए सड़क हादसों के कारणों का अध्ययन भी किया गया।
इस कारण से होते हैं हादसे
इसमें पता चला कि 71 प्रतिशत लोग तेज रफ्तार से वाहन चलाने के कारण मौत के आगोश में चले गए। इसके अलावा वाहन चलाते समय नशा किए होना, मोबाइल फोन पर बात करना। हेलमेट नहीं पहनना, सीट बेल्ट नहीं बांधना आदि कारण भी सामने आए हैं। सड़क हादसों के छह प्रमुख कारण 1. रात के समय सुनसान सड़क पर अत्यधिक तेज गति से वाहन चलाना। 2. नशे की हालत में वाहन चलाना। 3.वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग करना। 4. दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट नहीं पहनना। 5. गलत दिशा से वाहन चलाना। 6. सड़क पर स्टंट करते हुए अन्य वाहन के साथ रफ्तार की प्रतिस्पर्धा करना।
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