Madhya Pradesh: पेपर देकर आई बेटी ने किया पिता का अंतिम संस्कार, चार साल से चल रहे थे बीमार
मध्यप्रदेश के बैतूल में बेटी ने पिता के शव को मुखाग्नि दी है। लड़की ने ऐसा करके पिता के प्रति अपने फर्ज को पूरी तरह निभाया है। जब लड़की पेपर देने जा रही थी तब पिता की मृत्यु हो गई फिर वो पहले भारी मन से पेपर देने गई इसके बाद मोक्षधाम पर मुखाग्नि दी। ये सब देखकर मोक्षधाम में माहौल काफी गमगीन हो गया था।

ऑनलाइन डेस्क, बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल से एक भावनात्मक मामला सामने आया है। दरअसल एक परिवार में लड़की को बीसीए का पेपर देने जाना था। तभी उस दिन सुबह 11 बजे उसके पिता की मृत्यु हो गई। लड़की और उसके परिवार पर अचानक दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बेटी पर पिता के सपने को साकार करने की भी जिम्मेदारी थी, इसलिए परिजनों की सहमति से यह तय किया गया कि लड़की पहले पेपर देगी, उसके बाद पिता का अंतिम संस्कार होगा।
लड़की का नाम खुशी बताया जा रहा है। बता दें कि बैतूल गौठाना में स्थित अष्ट विनायक कालोनी में रहने वाले शरद पोटफोड़े पिछले 4 साल से बीमार थे। उनकी दो बेटियां ही हैं।
पेपर से पहले टूटा दुखों का पहाड़
लड़की सुबह-सुबह भारी मन से पेपर देने गई, जब तक वो वापस नहीं आई तब तक उसके पिता की मृत देह घर में ही रखी गई थी। इसके बाद दोपहर 3 बजे खुशी घर पहुंची और पिता का अंतिम संस्कार किया गया।
वैसे हमारे हिंदू धर्म में अंतिम संस्कार पुरुषों की तरफ से किया जाता है, लेकिन इस मामले में लड़के न होने पर दोनों पुत्रियों ने जब अपने पिता को कोठीबाजार मोक्षधाम पर मुखाग्नि दी तो सभी की आंखें नम हो गई। अंतिम संस्कार के बाद भी काफी देर तक मोक्षधाम में माहौल गमगीन देखा गया।
खेत में काम करने वाले बाप-बेटे की मौत
इससे पहले मध्यप्रदेश के सागर में एक दर्दनाक हादसा हुआ था। दरअसल एक खेत में बाप-बेटे काम कर रहे थे। अचानक तेज बारिश के कारण आसमान में बिजली चमकी ओऔर बाप-बेटे के आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया था।
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