MP lumpy virus News: पशुओं पर कहर बन रहा Lumpy Skin Disease, ग्वालियर में लंपी वायरस से 309 गाय बीमार, 5 की मौत
ग्वालियर के चंबल अंचल में 1149 गाेवंश लंपी वायरस का शिकार बन चुका है। इनमें 19 गाेवंश की अब तक लंपी वायरस की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। ग्वालियर की बात करें तो अब तक तीन गाेवंश लंपी वायरस के चलते काल के गाल में समा गया।
ग्वालियर, जागरण ऑनलाइन डेस्क। Lumpy Skin Disease: लंपी वायरस इस वक्त गायों सहित कई अन्य पशुओं पर कहर बनकर टूट रहा है। कोरोना महामारी के प्रकोप के बाद अब देश लंपी वायरस से लड़ रहा है। पशुओं पर यह वायरस कहर बरपा रहा है। लंपी त्वचा रोग (Lumpy Skin Disease), जिसको लेकर बड़ी चिंता सामना आई है। देश के कई हिस्सों के गाेवंश में लंपी वायरस तेजी से फैल रहा है। मध्यप्रदेश के मुरैना के बाद लंपी वायरस ग्वालियर जिले में भी तेजी से फैल रहा है। मालूम हो कि मंगलवार को 5 गाय की लंपी वायरस के कारण मौत हो गई। जबकि 309 गाेवंश लंपी वायरस की चपेट में आ चुका है।
लंपी वायरस को लेकर क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया
जानकारी के अनुसार लंपी वायरस के खतरे काे देखते हुए बंधौली में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है, जहां पर संदिग्ध गाेवंश की संख्या न के बराबर है। मुरैना में मंगलवार को 192 केस सामने आए तो ग्वालियर में 45 मामले मिले हैं। वहीं, बंधौली में महज 52 गाेवंश को क्वारंटाइन किया गया।
जानकारी के अनुसार वैक्सीन की उपलब्धता कम होने के कारण वैक्सीनेशन की गति भी धीमी चल रही है। अब लंपी वायरस के भी कोरोना की तरह वेरिएंट (Lumpy Variant) बदलने की आशंका भी जताई जा रही है।
लंपी का शिकार बना 1149 गाेवंश
मालूम हो कि ग्वालियर के चंबल अंचल में अब तक 1149 गाेवंश लंपी वायरस का शिकार बन चुका है। इनमें 19 गाेवंश की अब तक लंपी वायरस की चपेट में आने से मौत हो चुकी है। यदि ग्वालियर की बात करें तो अब तक तीन गाेवंश लंपी वायरस के चलते काल के गाल में समा गया। दतिया और गुना में लंपी वायरस के केस की गति धीम थी, लेकिन अब वहां पर भी केस मिलने लगे हैं। दतिया में तो एक गाेवंश की लंपी वायरस से मौत भी हो गई।
उप संचालक पशु चिकित्सा विभाग के अनुसार लंपी वायरस तेजी से फैल रहा है। पशुपालक ध्यान दें कि गाेवंश में यदि लंपी वायरस के लक्षण दिखाई दें तो उसे अन्य जानवरों से अलग रखें और इसकी जानकारी पशु चिकित्सा विभाग को दें। जिससे बीमार पशु का उपचार किया जा सके और टीकाकरण हो सके। वैक्सीन की उपलब्धता हो रही है, जिससे टीकाकरण सुचारु रुप से किया जा रहा है। मंगलवार को 6 हजार से अधिक पशुओं को टीकाकृत किया गया।