Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गोरखपुर एक्सप्रेस का जनरेटर कार चकरेल से टकराया, डीजल टैंक के फूटने से घंटो खड़ी रही ट्रेन

    Updated: Mon, 30 Dec 2024 12:03 AM (IST)

    इटारसी-मुबंई अप ट्रैक से जा रही 20104 गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन में लगे डीजल इंजन का टैंक फूट गया। इस कारण ट्रेन को रोक दिया गया। हादसे की जानकारी होते ही इंजीनियरिंग एवं पीडब्लयूआई विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचे। इस वजह से ट्रेन करीब दो घंटों तक वहीं खड़ी रही। बानापुरा के एक अधिकारी ने बताया कि टैंक क्षतिग्रस्त हुआ है।

    Hero Image
    गोरखपुर एक्सप्रेस का जनरेटर कार चकरेल से टकराया (फोटो- जेएएन)

    जेएनएन, इटारसी। रविवार शाम इटारसी-मुबंई अप ट्रेक से जा रही 20104 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस हादसे का शिकार हो गई। जानकारी के अनुसार ट्रेन में लगे जनरेटर कार का टैंक रेलवे गेट पर लगे चकरेल से टकरा गया और फूट गया। इस कारण टैंक से डीजल बहने लगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    घटना की जानकारी होते ही ट्रेन को रेलवे गेट पर रोका गया, इसके बाद मौके पर इंजीनियरिंग एवं पीडब्लयूआई विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौके पर पहुंचे। इस वजह से ट्रेन करीब दो घंटे तक वहीं खड़ी रही। ट्रेन के देर तक रुकने के कारण यात्री काफी परेशान हुए।

    जानिए कहां हुआ हादसा

    दरअसल, धर्मकुंडी-बनापुरा के बीच 20104 गोरखपुर एक्सप्रेस में लगे जनरेटर कार का डीजल टैंक चकरेल से टकरा गया था, इससे डीजल बहने लगा। हादसे की वजह से ट्रेन को रोका गया। इस समस्या को लेकर बानापुरा के एक अधिकारी ने बताया कि टैंक क्षतिग्रस्त हुआ है। रेलवे सूत्रों के अनुसार एलएचबी कोच वाले रैक में लगने वाले जनरेटर कार के निचले हिस्से में लगे डीजल टैंक के चकरेल से टकराने से टैंक फूट गया। इसके बाद डीजल बहने लगा।

    रेलवे गेट पर फंस गए सैकड़ों वाहन

    ट्रेन के रुकने से शिवपुर रेलवे गेट पर भी दोनों तरफ से सैकड़ों वाहन फंस गए, जिससे राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। घटना रविवार शाम करीब 5:30 बजे की है। ट्रेन के रूकने के कारण पीछे से आने वाली अन्य ट्रेनों का आवागमन भी प्रभावित हुआ।

    कैसे फटा डीजल टैंक?

    ऐसी संभावना जताई जा रही है कि ट्रेन के निकलने के दौरान लोहे की कोई वस्तु टकराई होगी, जिसके बाद जनरेटर कार का टैंक फूट गया। रेलवे अधिकारियों ने इस संबंध में अभी कोई ठोस जानकारी नहीं दी है। हालांकि, रेलकर्मियों ने बताया कि रेलवे फाटक के आसपास पांच छह मीटर में रेलवे ट्रेक के टुकड़े लगाए जाते हैं, इसके ही चकरेल कहा जाता है। इसी से टकराने के बाद टैंक फूटा है।

    गौरतलब है कि आला अधिकारी अभी घटना को लेकर कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं। बानापुरा के रेलवे अधिकारियों ने घटना की पुष्टि की है। बानापुरा स्टेशन से ट्रेन छूटने के बाद रेलवे गेट पर हादसा हो गया। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि तकनीकी खराबी आने के कारण ट्रेन को रोका गया। ट्रेन अपने निर्धारित समय से घंटों देरी से चल रही है।

    यह भी पढ़ें: ट्रेन सुरक्षा में नहीं लगेगी सेंध, कवच 4.0 से लैस होगा भारतीय रेल नेटवर्क