MP Weather News: भोपाल में दस साल में पहली बार अक्टूबर महीने में हुई इतनी अधिक वर्षा, टूटा रिकार्ड
MP Weather News भोपाल में दस साल में अक्टूबर महीने में पहली बार इतनी अधिक वर्षा हुई है। एक अक्टूबर से मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक भोपाल में 136.7 मिमी. वर्षा हो चुकी है। इसके पूर्व वर्ष 2019 में अक्टूबर माह में कुल 133.1 मिमी. वर्षा हुइ थी।

भोपाल, जागरण ऑनलाइन डेस्क । एक बार फिर शहर का मौसम आर्द्रता से परिपूर्ण हो गया है। रुक-रुक कर हल्की बारिश का दौर चलता रहा है । बादलों की आवाजाही के बीच मौसम का स्वरूप एक बार फिर से बदला है। इस कारण से मौसम में ठंडक घुल गई है। एक अक्टूबर से मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक भोपाल में 136.7 मिमी. वर्षा हो चुकी है। इसके पूर्व वर्ष 2019 में अक्टूबर माह में कुल 133.1 मिमी. वर्षा हुइ थी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मंगलवार को भोपाल, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन में गरज–चमक के साथ वर्षा होने के आसार हैं।
बारिश ने तोड़ा दस साल का रिकार्ड
मौसम विज्ञानियों के अनुसार मंगलवार को भोपाल, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन में गरज के साथ बारिश होने के आसार हैं। उधर भोपाल में दस साल में अक्टूबर महीने में पहली बार इतनी अधिक वर्षा हुई है। एक अक्टूबर से मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक भोपाल में 136.7 मिमी. वर्षा हो चुकी है। इसके पूर्व वर्ष 2019 में अक्टूबर माह में कुल 133.1 मिमी. वर्षा हुइ थी।
कहां हुई कितनी वर्षा
मौसम विभाग का कहना है, हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात मौजूद है। अरब सागर तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है, जो मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इसके अलावा एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो गया है। एक साथ तीन प्रणालियां बनने से मानसूनी सिस्टम मजबूत हो गया है। जानकारी हो कि मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों मेंअलग–अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से रुक–रुककर वर्षा हो रही है। मालूम हो कि इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक इन जगहों पर हुई इतनी वर्षा:-
भोपाल में 69, जबलपुर में 67.4, सीधी में 65.2, खरगोन में 58.2, उमरिया में 51.7, खंडवा में 37.2, नर्मदापुरम में 36.6, रायसेन में 32, खजुराहो में 31.8, सतना में 31.4, मंडला में 28.2, पचमढ़ी में 17.4, नरसिंहपुर में 120, रीवा में 82, सागर में 70.2, दमोह में 17, मलाजखंड में 16.6, ग्वालियर में 14, दतिया में 7.8, इंदौर में 4.2, नौगांव में 2.4, शिवपुरी में एक, उज्जैन में 0.4, धार में 0.2 मिलीमीटर वर्षा ।
वहीं मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। तमिलनाडु से लेकर उत्तर–पूर्वी राजस्थान तक एक ट्रफ लाइन बनी हुई है, जो मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान और उसके आसपास बना हुआ है।
इस वजह से मप्र के जिलों में हो रही है रुक-रुककर वर्षा
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी के अनुसार इन तीन मौसम प्रणालियों के असर से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी आ रही है। इस वजह से मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक–रुककर वर्षा हो रही है। शुक्ला के मुताबिक मंगलवार को भी भोपाल, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन में गरज–चमक के साथ वर्षा होने के आसार हैं। बुधवार से भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में मौसम साफ होने लगेगा।
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