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    Farmer Protest: भोपाल रेलवे स्टेशन पर हिरासत में लिए गए कर्नाटक के 70 किसान, दिल्ली कूच करने की थी तैयारी

    By Jagran News Edited By: Abhinav Atrey
    Updated: Mon, 12 Feb 2024 03:54 PM (IST)

    देशभर के किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली मार्च के आह्वान को देखते हुए पूरी राजधानी दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसी क्रम में दिल्ली चलो विरोध-मार्च के लिए कर्नाटक से यात्रा कर रहे लगभग 70 किसानों को सोमवार तड़के भोपाल रेलवे स्टेशन पर हिरासत में ले लिया। एक अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई जीआरपी ने की है।

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    दिल्ली कूच कर रहे कर्नाटक के 70 किसानों को भोपाल में हिरासत में लिया गया। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    पीटीआई, भोपाल। देशभर के किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली मार्च के आह्वान को देखते हुए पूरी राजधानी दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी गई है। इसी क्रम में 'दिल्ली चलो' विरोध-मार्च के लिए कर्नाटक से यात्रा कर रहे लगभग 70 किसानों को सोमवार तड़के भोपाल रेलवे स्टेशन पर हिरासत में ले लिया। एक अधिकारी ने बताया कि यह कार्रवाई जीआरपी ने की है।

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    समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, दिल्ली जाने वाली ट्रेन से जबरन उतारने और उन्हें आगे की यात्रा नहीं करने देने के बाद किसानों ने स्टेशन पर ही प्रदर्शन किया और नारे लगाए। जीआरपी ने बताया कि किसानों को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन से उतार दिया गया और जिला अधिकारियों को सौंप दिया गया।

    आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली जा रहे थे

    किसान नेता और धारवाड़ जिला सचिव परशुराम इतिनगुड ने पीटीआई को बताया, "भोपाल रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने सुबह करीब तीन बजे कुल 70 किसानों को हिरासत में लिया, जिसके बाद हमने विरोध-प्रदर्शन किया।" उन्होंने कहा कि किसानों का समूह किसान आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली जा रहा था।

    महिला प्रदर्शनकारी को चोटें आईं

    वहीं, पुलिस की कार्रवाई में एक महिला प्रदर्शनकारी को चोटें आई हैं। इतिनगुड ने दावा करते हुए आरोप लगाया कि किसानों को रेलवे स्टेशन के बाहर एक जगह पर हिरासत में लिया गया था। जिन किसानों की तबियत खराब थी उन्हें गर्म पानी तक नहीं दिया गया।

    एमएसपी की गारंटी देने वाले कानून की है मांग

    बता दें कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के किसान संघों ने अपनी उपज के लिए एमएसपी की गारंटी देने वाले कानून की मांग के लिए 13 फरवरी को मार्च का आह्वान किया है। यह उन शर्तों में से एक है जो किसानों ने साल 2021 में अपना देशव्यापी आंदोलन वापस लेने पर सरकार से सहमति के समय रखी थी।

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