विदिशा में प्रेम विवाह करने वाली बेटी को परिवार ने माना मृत, जीते-जी निकाली शव यात्रा, भाई बोला- यह हमारे अरमानों की अर्थी
विदिशा में एक प्रेम विवाह के बाद, परिवार ने बेटी को सामाजिक रूप से मृत घोषित कर दिया। माता-पिता की इच्छा के विरुद्ध विवाह करने पर परिवार ने प्रतीकात्म ...और पढ़ें

स्वजन ने जिंदा बेटी की निकाली शवयात्रा।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे विदिशा शहर में एक प्रेम विवाह को लेकर परिवार का बेहद कठोर और चौंकाने वाला रवैया सामने आया है। माता-पिता और स्वजनों की इच्छा के विरुद्ध विवाह करने पर एक युवती को उसके ही परिवार ने सामाजिक रूप से मृत घोषित कर दिया। शुक्रवार को परिजनों ने शहर में उसकी प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली और श्मशान घाट पहुंचकर आटे से बनाए गए पुतले का दहन किया।
कुछ दिन पहले किया था प्रेम विवाह
जानकारी के अनुसार, शहर की चूना वाली गली निवासी कुशवाह परिवार की 23 वर्षीय युवती ने कुछ दिन पहले मोहल्ले में ही रहने वाले दूसरी जाति के युवक से प्रेम विवाह किया था। इस निर्णय से नाराज पिता, भाई और अन्य स्वजनों ने युवती से सभी पारिवारिक संबंध समाप्त करने का ऐलान किया। इसी के तहत शुक्रवार को ढोल-नगाड़ों के साथ प्रतीकात्मक अर्थी निकाली गई, जिसमें समाज के कुछ लोग भी शामिल रहे।
भाई बोला- बहन से अब कोई रिश्ता नहीं
युवती के भाई राजेश साहू ने कहा कि इस अंतिम यात्रा के माध्यम से समाज को यह संदेश देना है कि कोई भी बेटी अपने माता-पिता की भावनाओं को ठेस न पहुंचाए। उन्होंने कहा, “यह हमारे अरमानों की अर्थी है। हमने पांच तरह के आटे से पुतला बनाया है। अब हमारी बहन का परिवार से कोई संबंध नहीं है।” परिजनों ने बताया कि प्रतीकात्मक अंतिम संस्कार के बाद मृत्यु से जुड़ी अन्य रस्में भी विधि-विधान से पूरी की जाएंगी।

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