टीकमगढ़ में आबकारी टीम पर हमला, लाठी-डंडों से पिटाई के बाद छीनी SI की रिवॉल्वर; जानिए पूरा मामला
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में बदमाशों ने आबकारी टीम पर हमला कर दिया। घटना शुक्रवार देर रात की है। आबकारी टीम अवैध शराब की बिक्री की सूचना पाकर कार्रवाई के लिए पहुंची थी। इसी दौरान आरोपियों ने टीम पर हमला कर दिया। बदमशों ने आबकारी सब इंस्पेक्टर की सर्विस रिवाल्वर भी छीन ली। पूरा मामला दिगौड़ा थाना क्षेत्र के वीरऊ गांव का है।

जेएनएन, टीकमगढ़। एमपी के टीकमगढ़ में दिगौड़ा थाना क्षेत्र के वीरऊ गांव में आबकारी टीम पर हमला हो गया। आबकारी टीम को गांव में अवैध शराब बेचने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर आबकारी टीम वहां पर छापामार कार्रवाई करने के लिए पहुंची थी।
छापामार कार्रवाई के लिए पहुंची आबकारी टीम पर आरोपितों ने पत्थरबाजी और लाठी डंडों से मारपीट की। जानकारी के अनुसार आरोपी इस दौरान आबकारी सब इंस्पेक्टर की सर्विस रिवाल्वर भी छीन ले गए।
घटना में आबकारी टीम के उपनिरीक्षक साहित चार कर्मचारी घायल हो गए। इस घटना के तुरंत बाद आबकारी टीम थाने पहुंची और आरोपितों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कराया।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। मामले में जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम ने बताया कि मामला दर्ज कर अब आरोपितों की तलाश शुरु कर दी है। इसके लिए दो टीमें कार्य कर रहीं हैं। बता दें कि आबकारी विभाग को वीरऊ गांव में अवैध शराब बेचने की सूचना मिली थी।
कैसे आबकरी विभाग ने की कार्रवाई
दरअसल, सूचना के आधार पर जिस घर में शराब का अवैध रुप से विक्रय किया जा रहा था, पहले वहां पर आबकारी आरक्षक को सिविल में शराब लेने के लिए भेजा। वहां से आबकारी आरक्षक एक देशी शराब का क्वार्टर लेकर आया। इसके बाद शराब विक्रय की पुष्टि हुई। पास में ही आबकारी विभाग की टीम मौजूद थी। जैसे ही आरक्षक ने शराब बिक्री कि पुष्टि तो पूरी टीम वहां पहुंच गई।
महिला बेच रही थी शराब
इस मामले में आबकारी उपनिरीक्षक विजय सिंह चंदोल ने बताया कि शराब का विक्रय महिला द्वारा किया जा रहा था। जब्ती के दौरान 20 क्वर्टर पकड़े गए। इसी बीच उसका ससुर आ गया। उसने महिला के बजाय पति के विरुद्ध मामला दर्ज करने की बात कही। इसी वक्त महिला के पास खड़े व्यक्ति ने अपने पति को फोन लगाया।
ठीक इसी समय महिला के पति संतोष यादव आया और उसने टीम पर हमला कर दिया। बताया जाता है कि संतोष यादव के साथ ही उसके बेटों ने भी लाठी डंडों से मारपीट की और एसआई की सर्विस रिवाल्वर छीन ली।
किसी तरीके से आबकारी विभाग के अधिकारी जान बचा कर वहां से भागे। भागते हुए अधिकारियों पर आरोपितों ने पत्थर भी फेंके। हमले में आबकारी आरक्षक प्रहलाद प्रजापति, वीरेंद्र विश्वकर्मा और महेंद्र राय को भी चोट लगी है।
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