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    चंबल में डकैतों का आतंक, पुलिस की कार्रवाई शुरू; चलाया गया एंटी डकैत ऑपरेशन

    By Agency CENTRALDESKEdited By: Prince Gourh
    Updated: Sat, 18 Oct 2025 11:30 PM (IST)

    मध्य प्रदेश के चंबल में 15 साल बाद डकैतों की वापसी से दहशत है। 25 हजार के इनामी डकैत योगेंद्र गुर्जर ने एक गर्भवती महिला का अपहरण कर लिया और बाद में उसके परिवार को गांव तबाह करने की धमकी दी। पुलिस ने एंटी डकैत ऑपरेशन शुरू किया है। योगेंद्र पर पहले से ही 15 से अधिक मामले दर्ज हैं। धमकी के कारण पीड़ित परिवार गांव जाने से डर रहा है।

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    चंबल में डकैतों का आतंक पुलिस की कार्रवाई शुरू (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के चंबल में करीब 15 साल की शांति के बाद फिर से डकैत की सक्रियता ने पुलिस को सतर्क और कई गांवों के लोगों को दहशत में डाल दिया है।

    अबकी 25 हजार रुपये का इनामी डकैत योगेंद्र उर्फ योगी गुर्जर ने ग्वालियर और मुरैना जिलों के जंगल को अशांत किया है। उसने अपने गैंग के साथ आठ अक्टूबर को ग्वालियर के तिघरा स्थित गुर्जा गांव में अंधाधुंध फायरिंग कर नौ माह की गर्भवती अंजू गुर्जर का अपहरण कर लिया।

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    हालांकि, 24 घंटे बाद ही पुलिस की घेराबंदी पर डकैत अंजू को तो छोड़कर भाग गए, लेकिन अब इस डकैत ने मंजू के परिवार वालों को उनके गांव को भंवरपुरा बनाने की धमकी दी है।

    शुरू किया गया एंटी डकैत ऑपरेशन

    इसके बाद हरकत में आए पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को छह थानों से करीब 200 जवानों को बुलाकर सालों बाद जंगल में एंटी डकैत आपरेशन शुरू किया। ग्वालियर और मुरैना के सीमावर्ती जंगल में सुबह छह बजे से सात घंटे तक सर्च आपरेशन चलाया गया।

    20 किलोमीटर तक पुलिस जंगल में घूमी। बता दें कि ग्वालियर के भंवरपुरा गांव में डकैतों ने वर्ष 2007 में सामूहिक नरसंहार को अंजाम दिया था। डकैतों के गड़रिया गैंग ने इस गांव में 12 लोगों के हाथ पीछे से बांधने के बाद उन सबको गोलियों से भून दिया था।

    इसके बाद पुलिस की सख्ती का ही असर था कि वर्ष 2010 से डकैतों द्वारा कोई घटना सामने नहीं आई थी। पुलिस के अनुसार, डकैत योगेंद्र उर्फ योगी पर पूर्व से ही 15 से अधिक मामले दर्ज हैं। कई मामलों में कोर्ट में पेश न होने की वजह से उस पर 25 हजार का इनाम घोषित है।

    उधर, डकैत की तलाश में तिघरा थाना प्रभारी शिवकुमार शर्मा ने टीम नहीं भेजी और स्टाफ के साथ दीवाली की खरीदारी करने बाजार पहुंच गए। इस पर एसएसपी धर्मवीर सिंह ने उन्हें लाइन हाजिर कर दिया है।

    धमकी से दहशत में परिवार, घर जाने के लिए तैयार नहीं

    डकैत के चंगुल से छूटने के बाद अंजू गुर्जर ने ग्वालियर में बेटे को जन्म दिया है। अस्पताल से उनकी छुट्टी हो चुकी है, लेकिन अंजू के ससुराल वाले दहशत में अपने गांव नहीं जा रहे हैं। ससुर ब्रजलाल का कहना है कि डकैत द्वारा चरवाहों के जरिये उन तक धमकी पहुंचाई गई है कि दीवाली तक उनके गांव गुर्जा को भंवरपुरा बना डालेंगे।

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