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    Cyber Fraud in Bhopal: भोपाल में तेजी से बढ़ रहा है साइबर अपराध, 10 माह में 4400 लोगों के बैंक खातों में सेंध

    By Jagran NewsEdited By: Babita Kashyap
    Updated: Wed, 30 Nov 2022 10:43 AM (IST)

    Cyber Fraud in Bhopalभोपाल में जनवरी से अक्टूबर के बीच राजधानी में 10 ठग 4400 लोगों के बैंक खातों में सेंध लगा 11 करोड़ रुपए ठग चुके हैं। साइबर पुलिस अब तक 40 गिरोह का भंडाफोड़ कर 100 ठगों को गिरफ्तार कर डेढ़ करोड़ रुपए बरामद कर चुकी है।

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    Cyber Fraud in Bhopal: 10 ठग 4400 लोगों के बैंक खातों में सेंध लगा 11 करोड़ रुपए ठग चुके हैं।

    भोपाल, बृजेंद्र ऋषीश्वर। Cyber Fraud in Bhopal: देश के अलग-अलग राज्यों में सक्रिय साइबर ठगों की नजर भोपाल के लोगों पर है। जनवरी से अक्टूबर के बीच राजधानी में 10 ठग 4400 लोगों के बैंक खातों में सेंध लगा 11 करोड़ रुपए ठग चुके हैं। यानी हर महीने औसतन 450 लोगों से एक करोड़ 10 लाख रुपए की ठगी की जा रही है।

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    ये ठग मुख्य रूप से दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, बिहार और झारखंड के अलग-अलग शहरों से अपना नेटवर्क चला रहे हैं। साइबर पुलिस अब तक राज्यों से 40 गिरोह का भंडाफोड़ कर 100 ठगों को गिरफ्तार कर डेढ़ करोड़ रुपए बरामद कर चुकी है। हालांकि, बरामद की गई राशि ठगी का केवल 10 प्रतिशत है और कार्रवाई की धीमी गति को लेकर अधिकारी संसाधनों की कमी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।

    3400 लोगों ने खुद दर्ज करवायी शिकायत

    भोपाल साइबर पुलिस के अनुसार बीते दस माह में शहर के 3400 लोगों ने खुद थाने आकर आनलाइन ठगी की शिकायत दर्ज करवायी है और 750 शिकायतें पुलिस को आनलाइन मिली है। इनमें 250 लोगों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से ठगी की शिकायत की है।

    इनमें से लगभग एक हजार मामले ऐसे हैं जिनमें ठगों ने संबंधित इंटरनेट मीडिया की आइडी को कापी कर नई आइडी बना ठगी करने का प्रयास किया है। साइबर पुलिस ने ऐसे मामलों को जांच के लिए जिला पुलिस को सौंप दिया है। जिस पर संबंधित थाना पुलिस जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज करेगी।

    बातों में उलझा पता कर लेते हैं ओटीपी

    बैंक और अन्य संस्थान लगातार सलाह देते हैं कि किसी भी परिस्थिति में बैंकिंग से जुड़े ओटीपी नंबर किसी भी व्यक्ति से साझा न करें। इसके बावजूद ठग इतने शातिर और अपडेट हो गए हैं कि संबंधित व्यक्ति का डाटा कलेक्ट कर फोन कॉल पर उसे इतनी जानकारी दे देते हैं कि वह उस पर आसानी से विश्‍वास कर लेता है और लोग ओटीपी शेयर कर देते हैं।

    इसके लिए वे आपकी प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए बैंक में लेन-देन की गड़बड़ी या किसी अन्य प्रकार की शिकायत का हवाला देते हुए लोन प्रक्रिया के नाम पर ओटीपी भेज देते हैं। फ्रॉड की शिकायतों में 50 फीसदी से ज्यादा ऐसे मामले हैं, जिनमें ओटीपी शेयर करते ही खाते से रकम ट्रांसफर कर दी गई।

    इसके अलावा क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने, लॉटरी, बैंक केवाईसी अपडेट, बिजली कनेक्शन काटने, क्यूआर कोड, अश्लील वीडियो भेजने के मैसेज भेजकर पैसे मांगे जा रहे हैं।

    साइबर फ्रॉड से कैसे बचें

    • अपना पिन बैंक एटीएम में डालते समय उसे ढक कर रखें। एटीएम बूथ के अंदर किसी भी अनजान व्यक्ति को एंट्री न दें।
    •  बैंक लेनदेन के बारे में तत्काल जानकारी प्राप्त करने के लिए एसएमएस अपडेट सुविधा का उपयोग करें।
    • मोबाइल या कंप्यूटर पर अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
    • बैंक खाते, एटीएम या क्रेडिट कार्ड आदि से जुड़ी जानकारी किसी भी अनजान व्यक्ति से साझा न करें।

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