MP News: CM मोहन यादव ने मध्य प्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाने का संकल्प लिया, सरकारी कर्मचारियों को दी नसीहत
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को कहा कि हम प्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गांव गरीब किसान मजदूर महिला युवा और जनता के विकास के लिए लगातार काम किया जाएगा। सीएम यादव ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार आप सभी के बीच संवाद करने आया हूं।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मंगलवार को कहा कि हम प्रदेश को देश का नंबर एक राज्य बनाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गांव, गरीब, किसान, मजदूर, महिला, युवा और जनता के विकास के लिए लगातार काम किया जाएगा। सीएम यादव ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार आप सभी के बीच संवाद करने आया हूं। यह सिर्फ एक शुरुआत है, मैं लगातार आपके बीच जाकर संवाद करता रहूंगा।
सीएम के इस संवाद के सिलसिले को 'जनसंवाद' का नाम दिया गया है। बताया गया है कि इसमें जनता से बात करके, जनता की परेशानियों को समझ कर हर समस्या का उचित समाधान किया जाएगा।
प्रदेश की जनता के साथ भाई-बहन का नाता
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश की जनता के साथ मेरा भाई-बहन का नाता है। इस नाते आप सभी के बीच लगातार आता रहूंगा। आप सभी से बात कर आपकी समस्याओं का समाधान करूंगा। जो छोटे, नए और पिछड़े जिले हैं, उनकी क्षेत्रानुसार स्थानीय परेशानियां हैं। इन कठिनाइयों को मौके पर जाकर समझना और समाधान करना जरूरी है। जिला बनने के बाद जिले की स्थानीय परेशानियों को दूर कर उसका विकास करना सरकार की जिम्मेदारी है।
कर्तव्यों के पालन के साथ रहें जनता के प्रति संवेदनशीलता
सीएम मोहन ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों का कर्तव्य है कि मुस्तैदी से अपना काम करें। उन्होंने कहा कि जनहित के कामों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और सरकार के निर्देशों का पालन करें। अपने कर्तव्यों के पालन के साथ ही जनता के प्रति संवेदनशील रहें। जनता के हित में लगातार काम करते रहें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया
सीएम मोहन यादव ने पांढुर्णा के पाथई और कोडिया गांव में एक किसान से संवाद करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करते हुए सभी किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रेरित किया है। प्राकृतिक खेती से खेती की लागत में कमी आती है और उसके अनुपात में फसल की कीमत अधिक मिलती है। जमीन की उर्वरता बनी रहती है। वहीं, किसान ने बताया कि उनकी 10 एकड़ जमीन है, जिसमें वो पूरी तरह प्राकृतिक खेती करते हैं।
ये भी पढ़ें: कुल देवता मानकर वर्षों तक की पूजा, बाद में निकला डायनासोर का अंडा; जांच में हुआ खुलासा