Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar Election Result 2025: बिहार में मप्र के भाजपा नेताओं ने दिखाया संगठन कौशल, मुख्यमंत्री मोहन के प्रचार वाली 21 सीटों पर पाई विजय

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 05:21 PM (IST)

    मध्य प्रदेश के भाजपा नेताओं ने बिहार चुनाव में संगठनात्मक कौशल का प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री मोहन यादव और अन्य नेताओं ने सभाएं और रोड शो किए, जिससे भाजपा और एनडीए को 21 सीटों पर जीत मिली। कांग्रेस पर राजद को डुबाने का आरोप लगाया गया है। दिग्विजय सिंह ने वोट काटने और ईवीएम पर शंका जताई है।

    Hero Image

    चुनाव रैली के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के भाजपा नेताओं ने फिर बिहार चुनाव में अपना संगठन कौशल दिखाया है। पार्टी ने मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद और प्रदेश प्रभारी डा. महेंद्र सिंह सहित अन्य नेताओं व कार्यकर्ताओं को बिहार भेजा था। इन्होंने सभा, रोड शो के साथ बूथ प्रबंधन किया। मुख्यमंत्री के प्रचार वाली 21 सीटें भाजपा के साथ एनडीए ने जीती हैं। वहीं, कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित ओबीसी वर्ग के नेताओं को भेजा था, लेकिन ये सभी बेअसर रहे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    लगातार सक्रिय रहे सीएम मोहन

    भाजपा ने बिहार में डा.मोहन यादव का उपयोग करने के लिए उन्हें चुनाव से पहले ही सक्रिय कर दिया था। उन्होंने राजनीतिक के साथ सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लिया। पार्टी ने डा. मोहन यादव को स्टार प्रचारक बनाया था। उन्होंने लगभग आधे बिहार में 28 सभाएं और रोड शो किए। इनमें से 21 सीटें भाजपा जीती। उन्होंने प्रचार करने के लिए जोखिम भी उठाया। पटना जिले के मनेर विधानसभा क्षेत्र में जनसभा के लिए पहुंचने से पहले मार्ग और हैलीपैड की खोदाई करवा दी गई थी। सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें जाने से मना भी किया, पर डा. मोहन यादव न केवल वहां पहुंचे बल्कि सभा भी की।

    इन्होंने भी निभाई जिम्मेदारी

    इसी तरह संगठन ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा को 19 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी दी थी। इनमें से 17 पर एनडीए ने जीत प्राप्त की। करीब एक महीने तक वे बिहार में ही रहे और बूथ प्रबंधन का काम भी देखा। हितानंद और डा. महेंद्र सिंह को तिरहुत और मिथिला क्षेत्र की 58 सीटों की जिम्मेदारी दी गई थी।

    दोनों टीम के साथ लगभग डेढ़ माह बिहार में रहे। उन्होंने बूथ प्रबंधन को लेकर काम किया, जिसका लाभ यह हुआ कि तिरहुत क्षेत्र की 28 में से 26 और मिथिला की 30 में से 24 सीटें एनडीए ने जीती हैं।

    कांग्रेस ने राजद को डुबाने का काम किया

    परिणाम उत्साहवर्धक हैं। देश ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकासपरक राजनीति वर्ष 2014 से देखी है। हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली के बाद बिहार के परिणाम यह बता रहे हैं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा और एनडीए की लहर चल रही है। कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों की कुव्यवस्था से जनता का मन टूट चुका है। प्रधानमंत्री ने न केवल देश के विकास बल्कि देश की सुरक्षा के लिए जो नीतियां लागू की है, वह वाकई में हम सभी का मनोबल बढ़ाने वाली हैं। इस चुनाव में कांग्रेस ने राजद को डुबाने का काम किया है। कांग्रेस के सबसे बड़े नेता ने समय से पहले ही चुनाव मैदान छोड़ दिया था। उसका परिणाम उनकी सहयोगी पार्टी को भुगतना पड़ा है।
    - डा. मोहन यादव, मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश

    एसआइआर का खेल हो गया

    जो मेरा शक था, वही हुआ। 62 लाख वोट कटे। 20 लाख जुड़े, उसमें से पांच लाख बिना एसआइआर फार्म भरे ही बढ़ा दिए गए। अधिकतर वोट गरीब, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के काटे गए। ईवीएम पर तो शंका बनी हुई है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संगठन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। आज का चुनाव मतदान केंद्र पर सघन जनसंपर्क का है न कि रैली व जनसभा का।
    - दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री, मध्य प्रदेश