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    बिजली जाने से लिफ्ट में फंसा बेटा, बचाने की कोशिश में पिता की चली गई जान; भोपाल में रूह कंपा देने वाला मामला

    Updated: Wed, 28 May 2025 05:58 PM (IST)

    भोपाल की निरुपम रॉयल पाम कॉलोनी में एक दुखद घटना घटी। बिजली गुल होने से लिफ्ट में फंसे अपने 8 साल के बेटे को बचाने की कोशिश में ऋषिराज भटनागर नामक एक पिता की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। ऋषिराज जनरेटर चालू करवाने के बाद लिफ्ट की ओर जा रहे थे कि तभी गिर पड़े।

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    भोपाल की नामी सोसाइटी में परिवार संग रहता था मृतक (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक नामी कॉलोनी में उस वक्त मातम पसर गया, जब लिफ्ट में फंसे अपने 8 साल के बेटे को बचाने की कोशिश में एक पिता की जान चली गई। मामला भोपाल की निरुपम रॉयल पाम कॉलोनी का है।

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    मृतक का नाम ऋषिराज भटनागर बताया जा रहा है। उनका बेटा बिजली चले जाने से लिफ्ट में फंस गया था। उसे बचाने के लिए ऋषिराज दौड़ते हुए जनरेटर रूम की ओर पहुंचे थे। जनरेटर चालू करवाने के वह भागते हुए लिफ्ट की तरफ जा रहे थे कि अचानक जमीन पर गिर पड़े और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

    तीसरे फ्लोर पर रहता था परिवार

    ऋषिराज इंश्योरेंस और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे। सोसाइटी में उनकी पहचान एक फैमिली मैन के रूप में थी। वह हमेशा सोसाइटी के मेंटेनेंस के कामों और सार्वजनिक आयोजनों की तैयारियों में आगे रहते थे। ऋषिराज की पत्नी स्कूल टीचर है।

    ऋषिराज निरुपम रॉयल पाम कॉलोनी के टावर नंबर एक में तीसरे फ्लोर पर फ्लैट नंबर 307 में अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ रहते थे। उनका बड़ा बेटा 12वीं का छात्र है जबकि छोटा बेटा अभी 8 साल का है। ऋषिराज की मौत से सोसाइटी के हर निवासी की आंख में आंसू हैं।

    बेटे की फिक्र में दौड़ते हुए गिरे

    • मिसरोद थाने के एएसआई आमोद शर्मा ने बताया कि रात में खाना खाने के बाद ऋषिराज नीचे टहल रहे थे। उनका बेटा नीचे खेल रहा था, तो उन्होंने उसे ऊपर जाने को कहा। जैसे ही देवांश ऊपर जाने के लिए लिफ्ट में घुसा, तभी अचानक बिजली चली गई।
    • बेटे की फिक्र में ऋषिराज दौड़ते हुए जनरेटर रूम पहुंचे और जनरेटर चालू करने को कहा। इसके बाद वह दौड़ते हुए लिफ्ट की तरफ जा रहे थे। वह मुश्किल से करीब 25 से 30 कदम ही चले होंगे कि अचानक औंधे मुंह गिर गए और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
    • बिजली आई, उनका बेटा लिफ्ट से सुरक्षित बाहर आ गया, लेकिन ऋषिराज की सांसें उखड़ चुकी थीं। उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत बताया। माना जा रहा है कि उन्हें दिल का दौरा पड़ गया था।

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