जिम्बाब्वे : चुनाव के बाद हिंसा में तीन की मौत, हरारे में सेना तैनात

जिम्बाब्वे में संसदीय चुनावों के बाद हुई हिंसा में बुधवार को तीन लोगों की मौत हो गई।

By Nancy BajpaiEdited By: Publish:Thu, 02 Aug 2018 08:18 AM (IST) Updated:Thu, 02 Aug 2018 09:02 AM (IST)
जिम्बाब्वे : चुनाव के बाद हिंसा में तीन की मौत, हरारे में सेना तैनात
जिम्बाब्वे : चुनाव के बाद हिंसा में तीन की मौत, हरारे में सेना तैनात

हरारे (रॉयटर्स)। जिम्बाब्वे में संसदीय चुनावों के बाद हुई हिंसा में बुधवार को तीन लोगों की मौत हो गई। पुलिस प्रवक्ता चैरिटी चरम्बा ने बताया कि मारे गए लोगों की पहचान करना अभी बाकी है। जिम्बाब्वे की राजधानी हरारे में सुरक्षा बलों ने प्रदर्शन कर रहे विपक्षी दलों के समर्थकों पर गोलीबारी की, जिसमें इन लोगों की मौत हो गई।

पुलिस की मदद कर रही सेना

हरारे के हालात को देखते हुए सेना को पुलिस की मदद के लिए तैनात किया गया है। वहीं, पुलिस का कहना है कि दंगाइयों पर कार्रवाई की गई है।

विपक्षी दलों का आरोप

इस बीच विपक्षी दल एमडीसी गठबंधन ने गोलीबारी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने इस पुलिसिया कार्रवाई की तुलना रॉबर्ट मुगाबे के शासन से की है। विपक्ष का आरोप है कि सत्ताधारी दल जेएएनयू-पीएफ ने चुनावों में धांधली की है। बता दें कि जिम्बाब्वे में सोमवार को संसदीय चुनावों के नतीजे सामने आए, जिसमें जेएएनयू-पीएफ को बहुमत हासिल हुआ है।

हिंसा के लिए विपक्षी गठबंधन जिम्मेदार

राष्ट्रपति एमर्सन नैनगागवा ने बुधवार की हिंसा के लिए विपक्षी गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है कि यह चुनावी प्रकिया को बाधित करने की साजिश है. उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

जिम्बाब्वे चुनाव

जिम्बाब्वे में सत्तारूढ़ जिंबाब्वे अफ्रीकन नेशनल यूनियन-पैट्रियॉटिक फ्रंट (जेएएनयू-पीएफ) ने राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव में सामान्य बहुमत हासिल कर लिया है। पार्टी को ग्रामीण इलाकों में बड़ी जीत हासिल हुई है। राष्ट्रपति इमर्सन मनांग्गवा का फिर सरकार बनाना लगभग तय हो गया है। विपक्षी पार्टी मूवमेंट फॉर डेमोक्रेटिक चेंज (एमडीसी) के नेता नेल्सन चमिसा ने चुनाव को दिखावटी बताते हुए सरकार पर धांधली का आरोप लगाया है।

देश की संसद के निचले सदन हाउस ऑफ असेंबली की 210 सीटों के लिए 30 जुलाई को मतदान हुआ था। जेएएनयू-पीएफ ने 110 सीटें जीतकर सामान्य बहुमत हासिल कर लिया है। दो-तिहाई बहुमत के लिए पार्टी को 30 और सीटों की जरूरत है। एमडीसी के खाते में 41 सीटें आई हैं। 58 सीटों के परिणाम आना अभी बाकी है। पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे को सत्ता से हटाए जाने के बाद देश में यह पहला चुनाव है। 37 साल तक सत्ता पर काबिज रहे मुगाबे को पिछले साल नवंबर में भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते अपना पद छोड़ना पड़ा था।

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