World Para Athletics: सचिन के स्वर्ण से भारत ने तोड़ा पदकों का रिकॉर्ड, 16.30 मीटर का थ्रो फेंककर हासिल किया सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
भारत के सचिन सरजेराव (Sachin Sarjerao) खिलाड़ी ने बुधवार को विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की गोला फेंक एफ46 स्पर्धा में स्वर्ण जीतकर अपने खिताब का बचाव किया। सचिन ने प्रतियोगिता में देश को पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया जिससे भारत ने टूर्नामेंट में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। भारत के पांच स्वर्ण सहित 11 पदक हैं।
कोबे (जापान), प्रेट्र। भारत के सचिन सरजेराव खिलाड़ी ने बुधवार को विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की गोला फेंक एफ46 स्पर्धा में स्वर्ण जीतकर अपने खिताब का बचाव किया। सचिन ने प्रतियोगिता में देश को पांचवां स्वर्ण पदक दिलाया, जिससे भारत ने टूर्नामेंट में अब तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी किया। भारत के पांच स्वर्ण सहित 11 पदक हैं।
इससे पहले भारत ने 2023 में पेरिस में हुई विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10 पदक (तीन स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य) जीते थे। मंगलवार को भारत ने तीन स्वर्ण सहित पांच पदक जीते थे। भारत पदक तालिका में चीन और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है।
सचिन ने 16.30 मीटर का थ्रो फेंककर 16.21 मीटर का अपना ही रिकॉर्ड बेहतर किया, जो उन्होंने पिछले साल पेरिस में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बनाया था। पैरा एथलेटिक्स स्पर्धाओं में एफ46 श्रेणी उन लोगों के लिए है जिनकी एक या दोनों भुजाओं की गतिविधि मामूली रूप से प्रभावित है या जिनके हाथ-पैर नहीं हैं। इन एथलीटों को कूल्हों और पैरों की ताकत से गोला फेंकना होता है।
महाराष्ट्र के सांगली जिले के करागनी गांव के रहने वाले सचिन स्कूली दिनों में एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे, जिससे उनके हाथ में गैंगरीन हो गया था और उन्होंने कोहनी की मांसपेशियां गंवा दी। कई सर्जरी के बावजूद वह ठीक नहीं हो सके। सचिन ने स्वर्ण जीतने के बाद कहा कि मैं इसकी ही उम्मीद कर रहा था और मैं बहुत खुश हूं।
मैं पेरिस पैरालिंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुका हूं और वहां भी सोना जीतने का प्रयास करूंगा। अभी टूर्नामेंट के तीन दिन बाकी है और कोच सत्यनारायण को पदक संख्या में इजाफा होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमें दो और स्वर्ण की उम्मीद है। पदकों की संख्या 17 तक जानी चाहिए। मंगलवार को पैरालिंपिक चैंपियन सुमित अंतिल, ऊंची कूद में थंगावेलू मरियप्पन और क्लब थ्रो में एकता भयान ने स्वर्ण जीता था।