पुलिस ने हांगकांग के हालात को बताया खतरनाक, देर रात तक जारी हिंसा में चली गोली

चीन लगातार ही मामले में नजर बनाए हुए है ताकि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए कोई कोर कसर न रखी जाए। पूरी तरह से मामले मेंं देश दुनिया के कई देश भी नजर रखे हुए हैं।

By Jagran News NetworkEdited By: Publish:Mon, 26 Aug 2019 08:10 PM (IST) Updated:Mon, 26 Aug 2019 08:10 PM (IST)
पुलिस ने हांगकांग के हालात को बताया खतरनाक, देर रात तक जारी हिंसा में चली गोली
पुलिस ने हांगकांग के हालात को बताया खतरनाक, देर रात तक जारी हिंसा में चली गोली

हांगकांग, रायटर। पिछले तीन माह से हांगकांग में चल रहा आंदोलान हिंसक हो गया। हालात इस कदर बेकाबू हो गए क‍ि रविवार को अभी तक के सबसे भीषण टकराव का मामला सामनेे आया। यही नहीं पूरे ही मामले में बार पानी की बौछार छोड़ने के साथ ही एक हवाई फायर भी करना पड़ा।

रविवार की हिंसा के सिलसिले में 86 लोग गिरफ्तार हुए हैं जिनमें सबसे कम उम्र का प्रदर्शनकारी 12 साल का है। यह जानकारी हांगकांग पुलिस ने दी है। सोमवार को भी महानगर के कई इलाकों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प होने की खबर है।

हांगकांग के उपनगर सुएन वान में रविवार को लोकतंत्र के लिए आंदोलन चला रहे प्रदर्शनकारियों का पुलिस से टकराव हुआ था। यहां कई तरह के हथियारों से लैस भीड़ पथराव कर रही थी। इसी दौरान छह पिस्टलधारी अधिकारी भीड़ में फंस गए। तब उन्होंने खुद को बचाने के लिए हवा में एक गोली चलाई। इस गोली से कोई घायल नहीं हुआ। तीन महीने के आंदोलन में पुलिस ने यहां पहली गोली चलाा दी।

इसके बाद प्रदर्शनकारी भडक गए और अफरातफरी मच गई। ऐसे में प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस को 74 रबर बुलेट और आंसू गैस के 215 गोले चलाने पड़े। टकराव देर रात तक जारी रहा था। पुलिस के अनुसार हिंसक प्रदर्शनकारी हांगकांग का माहौल खराब कर रहे हैं। यह खतरनाक है।

बता दें क‍ि लगातार 12 हफ्तों से जारी आंदोलन चीन सरकार के लिए हांगकांग में बीते 22 सालों की सबसे बड़ी चुनौती है। यह पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश 1997 में चीन के पास आया था। उसके बाद से कई बार ज्यादा अधिकारों के लिए आंदोलन हो चुके हैं।  

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