रूस से रक्षा उपकरण खरीदने पर भारत पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ अमेरिकी एडमिरल ने दी चेतावनी

अमेरिका के शीर्ष एडमिरल ने अमेरिकी संसद को भारत और इंडोनेशिया जैसे देशों पर रूस से रक्षा उपकरण खरीदने पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ चेतावनी दी है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Thu, 19 Apr 2018 07:44 PM (IST) Updated:Thu, 19 Apr 2018 11:39 PM (IST)
रूस से रक्षा उपकरण खरीदने पर भारत पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ अमेरिकी एडमिरल ने दी चेतावनी
रूस से रक्षा उपकरण खरीदने पर भारत पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ अमेरिकी एडमिरल ने दी चेतावनी

वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के शीर्ष एडमिरल ने अमेरिकी संसद को भारत और इंडोनेशिया जैसे देशों पर रूस से रक्षा उपकरण खरीदने पर प्रतिबंध लगाने के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि ऐसे कदम से भारत-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका के सुरक्षा संबंधों पर असर पड़ेगा और उसके सहयोगियों की रूस पर निर्भरता बढ़ेगी।

अमेरिकी पैसिफिक कमान कमांडर (पीएसीओएम) के लिए नामित एडमिरल फिलिप एस. डेविडसन ने सीनेट की सशस्त्र सेवा कमेटी के समक्ष बुधवार को यह बात कही। उन्होंने कहा कि भारत की सेना लंबे समय तक पूर्व सोवियत संघ पर निर्भर रही और अब रूस उसे कुछ तकनीक और प्रशिक्षण दे रहा है।

उन्होंने संसद को काउंटरिंग अमेरिकाज एडवरसेरीज थू्र सैंक्शन एक्ट (सीएएटीएसए) के तहत रूस से रक्षा उपकरण खरीदने पर भारत पर किसी तरह के प्रतिबंध लगाने को लेकर संबंधों पर बुरा असर पड़ने की चेतावनी दी। सीएएटीएसए रूसी रक्षा और खुफिया क्षेत्रों के साथ खरीद-फरोख्त में शामिल देशों पर प्रतिबंध लगाता है। इस कानून के तहत रूस से उच्च कीमत वाले सैन्य रक्षा सामान खासकर अत्याधुनिक एस-400 मिसाइल रक्षा प्रणाली खरीदने पर भारत को प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है।

डेविडसन ने कहा कि अमेरिका और पीएसीओएम की मूल प्राथमिकता इस तरह गठबंधन और साझेदारी विकसित करना है कि सभी देश क्षेत्र में सुरक्षा, स्थिरता, खुशहाली और शांति के माहौल का लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में रूस के अभियान और मौजूदगी बढ़ते जा रहे हैं। इनमें उसका अपना रणनीतिक हित बढ़ाना और अमेरिकी हित को कम करना शामिल है। डेविडसन ने भारत और अमेरिका की सेना के संबंधों की नींव तैयार करने की जरूरत बताई।

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