जानिए- काबुल एयरपोर्ट हमले से जुड़े सवाल पर कैसा था अमेरिकी राष्‍ट्रपति बाइडन का रिएक्‍शन

काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिका ब्रिटेन और आस्‍ट्रेलिया के अलर्ट के बाद भी कई लोगों की जान चली गई। मरने वालों में अमेरिकी सेना के जवान भी शामिल हैं। काबुल एयरपोर्ट की सुरक्षा फिलहाल इनके ही हाथों में है।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 10:24 AM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 02:59 PM (IST)
जानिए- काबुल एयरपोर्ट हमले से जुड़े सवाल पर कैसा था अमेरिकी राष्‍ट्रपति बाइडन का रिएक्‍शन
काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले की जिम्‍मेदारी आईएस के खुरासान गुट ने ली है।

नई दिल्‍ली (जेएनएन)। काबुल एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए सिलसिलेवार दो आतंकी हमलों के बाद वहां के हालात पल भर में बदल गए। ये दोनों हमले एक साथ अलग-अलग जगहों पर हुए थे। इन हमलों में 72 लोगों की मौत अब तक हो चुकी है जबकि डेढ़ सौ के करीब लोग घायल हुए हैं। इनकी संख्‍या बढ़ भी सकती है। मरने वालों में अमेरिकी सेना के जवान और बच्‍चे भी शामिल हैं। इन हमलों के बाद जब व्‍हाइट हाउस में हुई प्रेस वार्ता के दौरान अमेरिकी राष्‍ट्रपति जो बाइडन से इस बाबत सवाल पूछा गया तो वो खामोश हो गए। कुछ देर के बाद उन्‍होंने कहा कि वो इस हमले को न भूलेंगे और न ही भूलने देंगे। इसका बदला हम जरूर लेंगे। इसका समय और तारीख भी हम ही तय करेंगे। 

कहां-कब हुए बम धमाके  

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार एक बम धमाका एयरपोर्ट के एबे गेट पर और दूसरा धमाका एयरपोर्ट के बाहर बैरन होटल के पास हुआ। दोनों घटनास्थल आस-पास ही हैं। पहला धमाका शाम करीब 6 बजे हुआ था जबकि इसके कुछ मिनट बाद ही दूसरा हमला हुआ। 

इस संगठन ने ली जिम्‍मेदारी 

इन हमलों की जिम्‍मेदारी इस्‍लामिक स्‍टेट के खोरासन (ISIS-K) गुट ने ली है। इसकी जानकारी उसने टेलीग्राफ करके दी है। इसी गुट को लेकर पहले से ही संदेह भी जताया जा रहा था। अमेरिका, ब्रिटेन और आस्‍ट्रेलिया ने भी इसको लेकर ही पहले अलर्ट जारी भी किया था। 

क्‍या था अलर्ट

अमेरिका ने कुछ दिन पहले अपने नागरिकों को अलर्ट जारी करते हुए कहा था कि वो काबुल एयरपोर्ट के बाहर मौजूद न रहे। इसके पीछे अमेरिका ने आईएस के हमले की आशंका जताई थी। गुरुवार को भी अमेरिका ने अलर्ट जारी कर अपने नागरिकों से तुरंत किसी भी सुरक्षित जगह पर जाने के लिए निर्देश दिए थे। ब्रिटेन ने भी ऐसा ही किया था।

तालिबान का बयान 

तालिबान प्रवक्ता जबीउल्लाह ने इन बम धमाकों को आतंकी घटना बताया है। तालिबान ने भी हमले की निंदा की है।

पेंटागन का बयान

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि इन हमलों में घायल और मारे गए अमेरिकी अधिकारियों की संख्‍या बढ़ सकती है। अमेरिकी दूतावास ने धमाके को बहुत बड़ा बताया है और साथ ही कहा है कि धमाकों के बाद गोलीबारी भी हुई थी। 

आज नहीं उड़ेंगे फ्रांस के विमान

काबुल एयरपोर्ट पर हमले के बाद फ्रांस ने शुक्रवार को अपने विमानों को न उड़ाने का फैसला किया है। डेनमार्क की आखिरी उड़ान काबुल से रवाना हो चुकी है। नीदरलैंड्स ने भी कहा है कि फिलहाल विमानों की आवाजाही में काफी खतरा है।

भारत का जवाब

अफगानिस्तान के मामले पर विदेश मंत्री ने कहा है कि वहां अस्थिरता का माहौल है। भारत को इस स्थिति में हालात सुधरने का इंतजार करना चाहिए। उन्‍होंने ये भी कहा है कि भारत अपने नागरिकों की वहां से सुरक्षित वापसी को लेकर प्रतिबद्ध है।

क्‍या तालिबान से होगी भारत की बातचीत

सरकार की तरफ से कहा गया है कि इस बारे में भारत हालात देखकर फैसला करेगा। इसके लिए भारत दूसरे मित्र राष्ट्रों के साथ संपर्क में है।

भारत ने की हमले की निंदा

भारत ने अपने बयान में हमले की निंदा की है। भारत ने इन हमलों में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्‍यक्‍त की है।

आतंकियों के खिलाफ एकजुट हो दुनिया

भारत ने कहा है कि हमले के बाद और जरूरी हो गया है कि आतकंवाद और आतंकियों को सुरक्षित शरण देने वालों के खिलाफ पूरी दुनिया एकजुट हो।

करजई और अब्दुल्ला अब्दुल्ला नजरबंद

तालिबाान ने अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई और राष्ट्रीय सुलह परिषद के प्रमुख अब्दुल्ला अब्दुल्ला को काबुल में उनके घरों में नजरबंद कर लिया गया है। इससे पहले तालिबान ने इन दोनों से ही एक साथ सरकार गठन के मुद्दे पर बात की थी और अपनी काउंसिल में शामिल करने को भी कहा था। 

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