कोलकाता के न्यूटाउन में संग्रहालय बनाएगी नौसेना, रखे जाएंगे ब्रिटिश काल की तोपों से लेकर आधुनिक पनडुब्बी

कोलकाता से सटे न्यूटाउन में नौसेना एक संग्रहालय बनाएगी। इस संग्रहालय में ब्रिटिश काल की तोपों से लेकर आधुनिक पनडुब्बी टारपीडो रखे जाएंगे। इसके अलावा संग्रहालय में नौसेना के युद्धपोतों और स्वयं के विमानों के विभिन्न हिस्सों को प्रदर्शित किया जाएगा।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 04 Dec 2022 08:29 PM (IST) Updated:Sun, 04 Dec 2022 08:29 PM (IST)
कोलकाता के न्यूटाउन में संग्रहालय बनाएगी नौसेना, रखे जाएंगे ब्रिटिश काल की तोपों से लेकर आधुनिक पनडुब्बी
कोलकाता के न्यूटाउन में संग्रहालय बनाएगी नौसेना।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोलकाता से सटे न्यूटाउन में नौसेना एक संग्रहालय बनाएगी। इस संग्रहालय में ब्रिटिश काल की तोपों से लेकर आधुनिक पनडुब्बी टारपीडो रखे जाएंगे। इसके अलावा संग्रहालय में नौसेना के युद्धपोतों और स्वयं के विमानों के विभिन्न हिस्सों को प्रदर्शित किया जाएगा।

राज्य सरकार की मदद से बनेगा संग्रहालय

नौसेना सूत्रों के मुताबिक इस संग्रहालय को बनाने में राज्य सरकार नौसेना की मदद करेगी। कोलकाता बंदरगाह से नौसेना को कुछ भूमि मिली थी। मालूम हो कि हाल ही में नौसेना ने हुगली नदी के किनारे मिट्टी खोदकर अंग्रेजों के जमाने की चार तोपें बरामद की थीं। नौसेना के बंगाल क्षेत्र के मुख्य प्रवक्ता कमांडर सुदीप्तो मोइत्रा ने कहा इन पर इनके निर्माण का कोई निशान नहीं था, जिससे इनके निर्माता का पता लगाना मुश्किल हो गया। हो सकता है कि ब्रिटिश युद्धपोत के लिए स्थानीय स्तर पर इनका निर्माण किया गया हो।

ब्रिटिश काल से लेकर आधुनिक प्रदर्शनी

उनका मानना है कि उन्हें प्रथम विश्व युद्ध के दौरान या उससे भी पहले कोलकाता लाया गया था। हालांकि, यह ज्ञात नहीं है कि युद्ध में तोपों का इस्तेमाल किया गया था या नहीं। इन तोपों को नए संग्रहालय में रखा जाएगा। बरामद तोपों में दो तोपों को भारतीय नौसेना के बंगाल क्षेत्र के मुख्यालय आइएनएस नेताजी सुभाष के नए भवन के मुख्य द्वार के सामने रखा गया है।

न्यूटाउन में लड़ाकू विमान प्रदर्शनी का आयोजन

बता दें कि इससे पहले नौसेना की पहल पर न्यूटाउन में लड़ाकू विमान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। यह काफी लोकप्रिय हुआ। इसके बाद नौसेना ने स्थायी संग्रहालय बनाने की योजना बनाई है। इससे पहले केवल विशाखापत्तनम में ही नौसेना ने इस तरह के युद्धक विमानों की प्रदर्शनी का आयोजन किया था। इस प्रदर्शनी में जनता विमान के अंदर प्रवेश कर उसके सभी पुर्जे और विमान को कैसे उड़ाया जाता है, देख सकती है। मालूम हो कि संग्रहालय बनाने के लिए नौसेना के अधिकारी पहले ही सरकार से बात कर चुके हैं।

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