India China Tension बंगाल के दो लाल शहीद, ममता ने परिवार को पांच- पांच लाख व एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की
राजेश की शहादत की खबर परिवार वाले और ग्रामीणों को मिलते ही मातम पसर गया। परिवार के लोगों और ग्रामीणों को अपने घर के चिराग खोने का जहां गम है वहीं शहादत पर गर्व भी है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में बंगाल ने भी अपना दो लाल खो दिया। बीरभूम जिले के मोहम्मद बाजार थाना अंतर्गत बेलघोरिया गांव निवासी राजेश ओरांग (26) एवं अलीपुरद्वार जिले के समुकतला थाना अंतर्गत बिंदीपाड़ा गांव निवासी विपुल राय (35) वतन की रक्षा के लिए चीनी सैनिकों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए। इधर, बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को ट्वीट करके अपने दोनों जवानों की शहादत को सलाम किया और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के दोनों शहीद जवानों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये एवं एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।
ममता ने ट्वीट किया, 'गलवान घाटी में शहीद हुए बहादुर जवानों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। मुझे यह कहते हुए बहुत दुख हो रहा है कि उनमें से दो पश्चिम बंगाल के हैं। इनमें सिपाही राजेश ओरांग (बीरभूम) एवं हवलदार विपुल राय (अलीपुरद्वार) शामिल हैं, जिन्होंने शहादत दी है।' ममता ने दूसरे ट्वीट में कहा, 'राष्ट्र के लिए किए गए सर्वोच्च बलिदान एवं शोक संतप्त परिवारों के नुकसान की कोई भी क्षतिपूर्ति नहीं कर सकता है। हम इस कठिन समय में अपनी मिट्टी के बेटों के परिवार के साथ खड़े हैं।
इस संबंध में हम शहीद जवान के परिवार को पांच लाख रुपये एवं परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान करेंगे।' इधर राज्यपाल ने भी लिखा, 'लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में बीरभूम के राजेश ओरांग एवं अलीपुरद्वार के विपुल राय को सलाम, जिन्होंने राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। राजेश व विपुल जी के माता- पिता व उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना। पूरा राष्ट्र उनके साथ खड़ा है।' अगले ट्वीट में राज्यपाल ने लिखा, 'हमारी सेना इस कार्रवाई को व्यर्थ नहीं जाने देगी।
शून्य तापमान पर हमारी संप्रभुता की रक्षा में उनके सर्वोच्च बलिदान को पूरा राष्ट्र देख रहा है। हमें यह हमेशा याद रखना चाहिए कि यदि हम चैन व आराम से रह रहे हैं तो यह हमारे सशस्त्र बलों के बलिदान व उनके तत्परता के कारण।' दूसरी ओर राजेश व विपुल की शहादत की खबर मंगलवार देर रात परिवार वाले और ग्रामीणों को मिलते ही मातम पसर गया। परिवार के लोगों और ग्रामीणों को अपने घर के चिराग खोने का जहां गम है, वहीं शहादत पर गर्व भी है। बताया गया कि 26 वर्षीय राजेश ओरांग 2015 में जबकि 35 वर्षीय विपुल राय 2003 में सेना में शामिल हुए थे। दोनों बिहार रेजीमेंट में तैनात थे। उल्लेखनीय है कि सोमवार देर रात चीनी सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए। इस घटना में 43 चीनी सैनिकों के भी मारे जाने की भी खबर है।