Good luck : दूध विक्रेता के लिए वरदान साबित हुआ लॉकडाउन, लगी एक करोड़ रुपए की लॉटरी

Good luck हावड़ा जिले के रहने वाले एक दूध विक्रेता के लिए लॉकडाउन वरदान साबित हुआ है। लॉकडाउन में लग गई थी लॉटरी खेलने की आदत। किस्मत ने भी उनका भरपूर साथ दिया। अविवाहित शक्ति दास के घर में मां और बड़े भाई है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 04:50 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 04:50 PM (IST)
Good luck : दूध विक्रेता के लिए वरदान साबित हुआ लॉकडाउन, लगी एक करोड़ रुपए की लॉटरी
हावड़ा जिले के रहने वाले एक दूध विक्रेता के लिए लॉकडाउन वरदान साबित हुआ है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : हावड़ा जिले के रहने वाले एक दूध विक्रेता के लिए लॉकडाउन वरदान साबित हुआ है। डोमजूड़ के उत्तर झापड़दह गांव के रहने वाले शक्ति दास ने लॉटरी में एक करोड़ रुपये जीते हैं। अविवाहित शक्ति दास के घर में मां और बड़े भाई है। बड़े भाई ने भी शादी नहीं की है। 

काम-धंधा बंद होने के कारण आदत लग गई थी

लॉकडाउन के कारण काम-धंधा बंद होने के कारण 41 साल के शक्ति दास को लॉटरी खेलने की आदत लग गई थी। किस्मत ने भी उनका भरपूर साथ दिया और उन्हें सीधे एक करोड़ की लॉटरी लग गई। 

कभी 600 रुपये तो कभी 5,000 रुपये तक जीते

महज 7,000 रुपये से किसी तरह शक्ति दास का परिवार चल रहा था। कुछ रुपये जीतने की आस में शक्ति दास ने पिछले छह महीने से लॉटरी का टिकट खरीदना शुरू किया था। बीच-बीच में छोटी-मोटी रकम भी हाथ लगी थी। कभी 600 रुपये तो कभी 5,000 रुपये तक जीते थे। 

डियर लॉटरी का टिकट खरीदा, शाम को खोला ड्रा

गत शनिवार सुबह उन्होंने डियर लॉटरी का टिकट खरीदा था। उसी शाम को लॉटरी का ड्रॉ खेला गया था। सुबह शक्ति दास को पता चला कि उन्होंने सीधे एक करोड़ रुपये का पुरस्कार जीता है और करोड़पति बन गए हैं। 

परिवार सदस्यों को बेहतर जिंदगी देने का प्रयास

शक्ति दास ने कहा कि लॉटरी से जीते गए रुपये को वे बैंक में रखेंगे और कुछ रुपये से घर की मरम्मत करेंगे। इन रुपये  से वे अपने परिवार के सदस्यों को बेहतर जिंदगी देने का प्रयास करेंगे। शक्ति दास ने आगे कहा कि वे दूध बेचने का काम नहीं छोड़ेंगे क्योंकि यह उनका पेशा है।

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