स्प्रे मशीन के अंदर चांदी के आभूषणों को छुपाकर बांग्लादेश में की जाने वाली तस्करी को बीएसएफ ने किया नाकाम

बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने भारत-बांग्लादेश सीमा के पास स्प्रे मशीन के अंदर से 6.470 किलोग्राम चांदी के आभूषण जब्त किए हैं जिसका बाजार मूल्य 293039 रुपये है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 01 Sep 2020 05:42 PM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2020 05:42 PM (IST)
स्प्रे मशीन के अंदर चांदी के आभूषणों को छुपाकर बांग्लादेश में की जाने वाली तस्करी को बीएसएफ ने किया नाकाम
स्प्रे मशीन के अंदर चांदी के आभूषणों को छुपाकर बांग्लादेश में की जाने वाली तस्करी को बीएसएफ ने किया नाकाम

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी के एक ऐसे मामले का भंडाफोड़ किया है जब दवा छिड़कने वाली स्प्रे मशीन के अंदर चांदी के आभूषणों को छिपाकर बांग्लादेश ले जाने की योजना थी। मशीन के अंदर से 6.470 किलोग्राम चांदी के आभूषण जब्त किए गए हैं जिसका बाजार मूल्य 2,93,039 रुपये है।

हसन अली गाज़ी के घर पर छापा मारा

सीमावर्ती उत्तर 24 परगना के बिठारी सीमा चौकी इलाके से होकर बांग्लादेश में इसकी तस्करी की जानी थी। अधिकारियों ने बताया कि 31 अगस्त को शाम लगभग 7 बजे एक खुफ़िया सूचना पर सीमा चौकी बिठारी में तैनात 112वीं वाहिनी के जवानों ने स्वारूपदा, हाकीमपुर गांव में हसन अली गाज़ी के घर पर छापा मारा। इस दौरान वह बीएसएफ जवानों को घर की तरफ आते देख पीछे के रास्ते से भाग निकला। 

जब्त आभूषण कस्टम कार्यालय को सौंपे 

इसके बाद बीएसएफ जवानों ने गांव के सरपंच व अन्य लोगों की उपस्थिति में उसके घर की तलाशी ली। इस दौरान घर के अन्दर से दवा छिड़कने वाली स्प्रे मशीन के अंदर से 6.470 किलोग्राम चांदी का आभूषण बरामद किया गया।अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ जवानों को चकमा देने के लिए उसने स्प्रे मशीन के अंदर चांदी को छिपा दिया था और इसकी बांग्लादेश में तस्करी की योजना थी।

बीएसएफ ने जब्त आभूषणों को कस्टम कार्यालय तेन्तुलिया को सौंप दिया है। वहीं, फरार तस्कर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए बीएसएफ की ओर से स्थानीय थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। 

कमांडिंग ऑफिसर ने जवानों की पीठ थपथपाई

इधर, 112वीं बटालियन, बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर अरुण कुमार ने इस सफलता पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर मौजूद उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित  सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। उन्होंने आगे कहा कि उनके जवान सीमा पर अपराधों को रोकने के लिए शून्य तस्करी अभियान के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं, जो कि महानिरीक्षक, सीमा सुरक्षा बल, दक्षिण बंगाल सीमांत, कोलकाता द्वारा शुरू किया गया है।

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