सबसे ज्यादा गुलजार वार्ड में मतदाता सबसे कम
वार्ड परिक्रमा वार्ड नंबर 11 -पाला बदल की राजनीति हावी मतदाता भी भ्रमित -इस बार मात्र तीन ही उम्
वार्ड परिक्रमा
वार्ड नंबर 11
-पाला बदल की राजनीति हावी, मतदाता भी भ्रमित
-इस बार मात्र तीन ही उम्मीदवार मैदान में जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: सेठ श्रीलाल मार्केट, हांगकांग मार्केट व विधान मार्केट तीनों का अपना ही रौनक है। हांगकांग मार्केट जो पहली नजर मे चीन, ताइवान, उत्तर कोरिया व दक्षिण कोरिया के बाजारों की याद दिला देता है तो सेठश्री लाल मार्केट की मोमो गली की बात ही निराली होती है। विधान मार्केट, जिसे मध्यम वर्ग का बाजार कहा जाता है, इन दिनों यहां की रौनक बदली- बदली नजर आ रही है। लाल, हरा व गुलामी झंडों से बाजार पटा पड़ा है। पहली नजर में ही यह चुनावी महापर्व का एहसास करा देता है। दरअसल इन दिनों सिलीगुड़ी नगर निगम के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है और राजनीतिक दलों के झंडे दुकानों के इर्द- गिर्द लहरा रहे हैं। उक्त तीनों बाजार क्षेत्र वार्ड नंबर 11 में ही आते हैं। इस वार्ड की खासियत यह है कि यह हर किसी का है, क्योंकि यहां शहर के दूसरे वार्डो से आकर हजारों युवा रोजी- रोटी का जुगाड़ करते हैं और शाम होते - होते अपने घरों को लौट जाते हैं। फुटपाथ से लेकर दुकान तक इनकी बदौलत चलता है, लेकिन वे यहां के मतदाता नहीं है। कुछ लोग इस वार्ड के मतदाता तो हैं, लेकिन वे रहते कहीं और ही हैं। वार्ड नंबर 11 में आने वाले को इस बात का कभी एहसास ही नहीं होता कि वह शहर के किसी वार्ड का सैर कर रहे है। मतदाता के नजरिए से यह नगर निगम का सबसे छोटा वार्ड है। यहां मतदाताओं की संख्या 2575 है। इसमें पुरूष मतदाता 1383 व महिला मतदाता 1192 हैं। यह वार्ड हिलकार्ट रोड व सेवक रोड के बिल्कुल किनारे पर बसा है। पूरा वार्ड ही व्यवसायिक क्षेत्र है। यही कारण है कि इस वार्ड नंबर में प्रवेश किया नहीं कि खरीददारी करते - करते लोग निगम के दूसरे वार्ड में पहुंच जाते है। इस बार इस वार्ड में दो दिग्गज प्रत्याशियों के बीच निर्दलीय उम्मीदवार चुनौती पेश करते हुए नजर आ रहा है। तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व पार्षद उमा गोयल को अपना उम्मीदवार बनाया है तो बीजेपी ने मंजूश्री पाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। दोनों ही उम्मीदवार अपना पाला बदलते हुए दूसरे पार्टियों का खेवनहार बन गए हैं। उमा गोयल कभी माकपा की नेता हुआ करती थीं, लेकिन अब टीएमसी में हैं और मंजूश्री पाल तृणमूल से निकलकर बीजेपी में आ पहुंची हैं। वहीं बीजेपी से नाराज महेंद्र सिंघल की पत्नी संतोष देवी सिंघल यहां से निर्दलीय उम्मीदवार हैं। उम्मीदवारों के लिए राहत की बात ही कहेंगे कि कांग्रेस व वाममोर्चा ने यहां से अपना उम्मीदवार ही नहीं उतारा है। ऐसे में मुकाबला यहां काफी दिलचस्प मोड़ पर जा पहुंचा है। मंजूश्री पाल व उमा गोयल व निर्दलीय प्रत्याशी संतोष देवी सिंघल के बीच सीधा मुकाबला हो रहा है। वार्ड के लोगों से बातचीत में एक बात साफ तौर पर महसूस किया गया कि यहां के मतदाता काफी हद तक भ्रम की स्थिति में हैं। वह अब तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि उन्हें जाना कहां है। राजनीति के जानकारों का मानना है कि चुनाव के अंतिम समय तक मतदाताओं का मन बदलते रहता है, लेकिन बूथ पर जाने के बाद सबकुछ सही हो जाता है। भ्रम की स्थिति तभी बनती है, जब सभी प्रत्याशी योग्य और नजदीकी हों। क्या है वार्ड की प्रमुख समस्या
वार्ड नंबर 11 की बात करें तो यह पूर्ण रूप से व्यवसायिक वार्ड होने के नाते व्यवसायिक समस्याओं से जूझता रहता है। विधान मार्केट को व्यवस्थित मार्केट का रूप देने को लेकर लगातार बाते होती रही हैं, लेकिन आज भी मार्केट उसी हाल में है। वाममोर्चा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कहा है कि यदि वह इस बार सत्ता में आया तो विधान मार्केट को कार्पोरेशन के दायरे में लाते हुए यहां व्यवस्थित मार्केट कांप्लेक्स बनाएगा। इससे पहले सिलीगुड़ी- जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण की ओर से कई बार मार्केट का मुआयना किया जा चुका है। इस वार्ड में साफ- सफाई व रास्ते ठीक- ठाक हैं। मछली मार्केट व मीट मार्केट, टॉयलेट व्यवस्था का कायाकल्प हुआ है। इस वार्ड के व्यवसायियों की मांग बहुत बड़ी नहीं है। उनका साफ तौर पर कहना है कि वे उसी व्यक्ति को अपना वोट देंगे, जो उनके व्यवसायिक हितों की रक्षा करे। उनके सुख व दु:ख में साथ हो जाए। इस बार तीनों ही प्रत्याशी टक्कर के हैं और उदार प्रवृति के हैं, इसलिए इसमें से किसी एक को चुनना उनके लिए आसान नहीं होगा। लेकिन यह भी सच है कि जीतकर तो कोई एक ही व्यक्ति आएगा।
पिछला चुनाव परिणाम
1.मंजूश्री पाल,तृणमूल-1071
2.श्रद्धा गोयल,भाजपा-523
3.राधा छेत्री दास,माकपा-124
4.अंकु धर,कांग्रेस-31