शहीद दिवस रैली को लेकर रेलवे स्टेशनों पर कड़ी सुरक्षा
ट्रेनों का संचालन सामान्य बनाए रखने तथा संभावित हादसों को रोकने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जाएगी
कोलकाता, जागरण संवाददाता। तृणमूल कांग्रेस द्वारा 21 जुलाई को आयोजित होने वाली शहीद दिवस रैली में शामिल होने दूरदराज से भारी संख्या में आने वाले लोगों के मद्देनजर पूर्व रेलवे प्रशासन ने हावड़ा, सियालदह व कोलकाता स्टेशनों में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए हैं।
ट्रेनों का संचालन सामान्य बनाए रखने तथा संभावित हादसों को रोकने के लिए आरपीएफ और जीआरपी के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जाएगी। हालात पर नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम बनाकर अफसरों की तैनाती की गई है। लंबी दूरी की ट्रेनों के आरक्षित कोचों में यात्रियों को परेशानी न हो, इसपर भी नजर रखी जाएगी। रैली में उत्तर और दक्षिण बंगाल से बड़ी तादाद में तृणमूल समर्थक ट्रेनों से कोलकाता पहुंचने लगे हैं। सभा से एक दिन पहले ही भीड़ जुटनी शुरू हो जाती है। स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था तथा ट्रेन संचालन में बाधा उत्पन्न नहीं हो, इसके लिए पूर्व रेलवे प्रशासन ने अहम कदम उठाए हैं।
हावड़ा, सियालदह और कोलकाता स्टेशनों में आरपीएफ और जीआरपी के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। साथ ही डिवीजन कंट्रोल रूम भी खोले गए हैं, जो शुक्रवार रात 10 बजे से रविवार सुबह 6 बजे तक कार्य करेंगे। कंट्रोल रूम में अफसरों की तैनाती की गई है, जो स्टेशन परिसर के हालात पर नजर रखेंगे। इसके अलावा डॉग व बम स्क्वायड को भी अलर्ट पर रखा गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल टीम की भी तैनाती की गई है।
सुरक्षा की दृष्टि से शनिवार को सर्कुलर रेलवे को बंद रखने का निर्णय लिया गया है। फुटओवर ब्रिज की जगह रेल पटरी को पार कर एक-दूसरे प्लेटफार्म पर लोगों को जाने से भी रोका जाएगा। भीड़ को देखते हुए अंतिम समय पर ट्रेनों का प्लेटफार्म नहीं बदले जाने के भी निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षित तरीके से समय पर ट्रेनों को चलाए जाने की जिम्मेदारी अफसरों को सौंपी गई है। हावड़ा स्टेशन के सामने पैदल यात्रियों के लिए ग्रीन कॉरीडोर भी बनाया गया है। उधर, मेट्रो रेलवे प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया है। सभी स्टेशनों पर अतिरिक्त आरपीएफ जवानों की तैनाती की गई है।