मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- बंगाल सांप्रदायिक सद्भाव की भूमि है

मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें गर्व है कि बंगाल में 28 हजार क्लब और हजारों घरों में दुर्गापूजा का आयोजन किया गया। पूजा से लेकर विसर्जन तक किसी प्रकार की कोई कोई घटना नहीं हुई।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Fri, 25 Oct 2019 03:35 PM (IST) Updated:Fri, 25 Oct 2019 03:35 PM (IST)
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा-  बंगाल सांप्रदायिक सद्भाव की भूमि है
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा- बंगाल सांप्रदायिक सद्भाव की भूमि है

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। उत्तर बंगाल के पांच दिवसीय दौरे के चौथे दिन सिलीगुड़ी के प्रधाननगर स्थित विप्लव स्मृति एथलेटिक क्लब के काली पूजा पंडाल के उद्घाटन के दौरान राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल सांप्रदायिक सद्भाव की भूमि है। यहां के गीत संगीत और कलाकारों में अपनत्व है। यहां कोई भी धार्मिक पर्व और अनुष्ठान हो इसमें सभी जाति और धर्म के लोग एक दूसरे के लिए हाथ बढ़ाते हैं। यही तो लोगों के बड़े मन की पहचान है। यहीं कारण है कि बंगाल के प्रत्येक पर्व की देश विदेश में ख्याति है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उन्हें यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि बंगाल में 28 हजार क्लब और हजारों घरों में दुर्गापूजा का आयोजन किया गया। पूजा से लेकर विसर्जन तक किसी प्रकार की कोई घटना नहीं हुई। उम्मीद है कि काली पूजा यानि श्यामा पूजा के दौरान भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं होगी। बंगाल में यह इसलिए संभव हो पाता है क्योंकि यहां सभी लोग आपस में मिलजुल कर पूजा अनुष्ठान करते है।

मुख्यमंत्री ने बगैर किसी का नाम लिए इशारों ही इशारों में केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में सभी जाति और संप्रदाय के लोग मिलकर रहते है। देश में भी कुछ इसी प्रकार की व्यवस्था है। इसमें अगर किसी धर्म विशेष या जाति विशेष के उपर कोई आघात हो तो कैसे प्रदेश व देश में शांति रह सकती है। पूजा पंडाल के माध्यम से हम यही कहने आए हैं कि प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में मां बसी होती है। इसीलिए किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएं। आपस में मिलजुल कर रहें।

मुख्यमंत्री ने विप्लव स्मृति एथलेटिक क्लब द्वारा स्थापित मूर्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि मां काली का यह स्वरूप कल्याणकारी है। दक्षिण बंगाल की तरह यहां उत्तर बंगाल में भी दुर्गापूजा, कालीपूजा, दीपावली और छठ पूजा का भव्य आयोजन होता है। जब उत्तर बंगाल दौरे पर सिलीगुड़ी पहुंची थी तभी नांटू पाल ने 25 को इस पंडाल के उद्घाटन का अनुरोध किया था।

संयोग से कल कोलकाता लौटना है इसलिए आज ही यानि 24 को इसका उद्घाटन करने का मन बनाया। इसके लिए क्लब ने भी हामी भरी और यह मौका मिला। अगली बार निश्चित रूप से दुर्गापूजा के उद्घाटन के लिए सिलीगुड़ी आउंगी। मुख्यमंत्री ने मंच से जब देवी के संस्कृत में श्लोक का उच्चारण करना प्रारंभ किया तो लोग मंत्रमुग्ध हो गए। मां दुर्गा, मां काली और श्री कृष्ण के कई श्लोक की पाठ करते हुए लोगों को सुखी और खुशी होने का आह्वान किया।

उद्घाटन के पूर्व आयोजित नृत्य संगीत से मुख्यमंत्री काफी प्रभावित हुई और उनके सम्मान में मिले फूलों के गुलदस्तों को उन्होंने कलाकारों को भेंट किया।

पूजा में छठ व्रतियों को ना हो कोई परेशानी -

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दीपावली और छठ पूजा को लेकर काफी उत्साहित दिखाई दी। उद्घाटन मंच से ममता बनर्जी ने कहा कि वे स्वयं दीपावली और छठ पूजा के भाग लेती है। इस वर्ष छठ पूजा शनिवार व रविवार को होने के कारण सरकार ने सोमवार की सरकारी छुट्टी दी है। छठ पूजा के दौरान व्रतियों को घाट तक आने जाने में किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो इसके लिए प्रशासन को निर्देश दिया गया है। 

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