पहाड़ पर क्षेत्रीय शैक्षिक आयोग के गठन को विधानसभा में गरजे अमर सिंह राई

-क्षेत्रीय शैक्षिक सेवा आयोग के गठन की रखी मांग -केंद्रीय आयोग के तर्ज पर राज्य में चल रहे छ

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Feb 2018 11:12 PM (IST) Updated:Tue, 20 Feb 2018 11:12 PM (IST)
पहाड़ पर क्षेत्रीय शैक्षिक आयोग के गठन को विधानसभा में गरजे अमर सिंह राई
पहाड़ पर क्षेत्रीय शैक्षिक आयोग के गठन को विधानसभा में गरजे अमर सिंह राई

-क्षेत्रीय शैक्षिक सेवा आयोग के गठन की रखी मांग

-केंद्रीय आयोग के तर्ज पर राज्य में चल रहे छह कमीशन

संवादसूत्र, दार्जिलिंग : राज्य की विधानसभा में मंगलवार को शैक्षिक बजट 2017-018 के दौरान पहाड़ पर क्षेत्रीय शैक्षिक सेवा आयोग के गठन की मांग गूंजी। दार्जिलिंग से विधायक अमर सिंह राई व जीटीए द्वारा गठित तदर्थ शैक्षिक समिति के प्रमुख ने मामले को उठाया। उन्होंने सेवा आयोग के गठन के साथ ही प्राथमिक विद्यालय में पैरा शिक्षकों की तैनाती के लिए डीइएल,इंडी प्रशिक्षण की व्यवस्था का प्रावधान की तरह उच्चतर तथा माध्यमिक विद्यालय के गैर प्रशिक्षित शिक्षकों के भी बीएड प्रशिक्षण के समान वैकल्पिक प्रशिक्षण व्यवस्था पहाड़ के लिए करने की मांग राई ने शिक्षा मंत्री पाथ चटर्जी से की। ज्ञात हो कि दागोपाप शासन काल से ही पहाड़ पर एसएससी परीक्षा का प्रावधान नहीं है। जिसके स्थान पर परिषद द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर वाम सरकार के साथ मिलकर क्षेत्रीय शैक्षिक सेवा आयोग कर गठन कर परीक्षा का आयोजन किया था किंतु संसाधनों व शक्तियों के अभाव में यह व्यवस्था ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई और खत्म हो गई थी। सनद रहे कि राज्य के अन्य हिस्सों में 1998 से शिक्षा सेवा आयोग के माध्यम से योग्य शिक्षक अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

पहाड़ से भी योग्य शिक्षकों की भर्ती सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विधायक ने इस मुद्दे को विधान सभा में उठाया।उन्होंने पहाड़ के क्षेत्र को अलग रखते हुए पैरा 15 के अनुसार ही राई ने शिक्षा मंत्री से जीटीए क्षेत्र में भी शैक्षिक सेवा आयोग गठन की मांग पर बल दिया। अपनी मांग के समर्थन में तर्क देते हुए राई ने कहा कि पहाड़ को छोड़ राज्य में पहले से केंद्रीय आयेाग की तर्ज पर छह शैक्षिक सेवा आयोग कार्य कर रहे हैं। उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि इतनी व्यवस्थाएं होने के बावजूद पहाड़ की शिक्षा व्यवस्था के साथ सौंतेला व्यवहार क्यों होता है। राई ने कहा कि इस समस्या के चलते ही पहाड़ से अच्छे शिक्षक अपनी सेवाएं देने के लिए आगे नहीं आ पा रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि जब तक क्षेत्रीय आयोग का गठन नहीं होता तब तक सात सदस्यीय तदर्थ समिति गठित कर इस दिशा में कार्य आरंभ किया जा सकता है।

दार्जिलिंग विधायक द्वारा पर्वतीय क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था के सुधार के लिए कदम उठाने की मांगों का समर्थन करते हुए दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के शिक्षा विदों तथा जीटीए प्रशासनिक बोर्ड के प्रमुख विनय तामांग ने अमर सिंह राई के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि पहाड़ पर शिक्षा व्यवस्था के अमूल चूल परिवर्तन के लिए राज्य सरकार द्वारा राई द्वारा उठाए गए तथ्यों पर कार्य करने से महत्वपूर्ण मदद मिलेगी।

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