टूटेगी दयारा बुग्याल की खामोशी, स्कीइंग का मजा लेंगे युवा

सीमांत उत्तरकाशी जिले में बर्फ की चादर ओढ़े दयारा बुग्याल की खामोशी टूटने जा रही है। यहां स्थानीय युवाओं और पर्यटकों को पर्यटन विभाग स्कीइंग का प्रशिक्षण देगा।

By BhanuEdited By: Publish:Wed, 08 Mar 2017 03:00 PM (IST) Updated:Thu, 09 Mar 2017 02:00 AM (IST)
टूटेगी दयारा बुग्याल की खामोशी, स्कीइंग का मजा लेंगे युवा
टूटेगी दयारा बुग्याल की खामोशी, स्कीइंग का मजा लेंगे युवा

उत्तरकाशी, [शैलेंद्र गोदियाल]: सीमांत उत्तरकाशी जिले में बर्फ की चादर ओढ़े दयारा बुग्याल की खामोशी टूटने जा रही है। स्थानीय युवाओं और पर्यटकों के लिए पर्यटन विभाग ने दयारा बुग्याल में स्कीइंग की व्यवस्था की है। इसके लिए 23 युवक और सात युवतियों का दल दयारा पहुंच गया है। इन युवाओं को एक सप्ताह तक स्कींइग का प्रशिक्षण भी दिया जाना है।

समुद्रतल से 3000 मीटर की ऊंचाई पर 28 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले दयारा बुग्याल में शीतकालीन खेलों के लिए आदर्श स्थितियां हैं। फरवरी आखिर तक बर्फबारी जारी रहने से यहां बर्फ की मोटी चादर बिछ जाती है, जो अप्रैल के बाद ही पिघलती है। 

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ऐसे में यहां फरवरी आखिर से अप्रैल तक शीतकालीन खेलों के आयोजन की भरपूर संभावनाएं हैं। इसी को देखते हुए पर्यटन विभाग ने दयारा के आधार शिविर में स्थित गांवों को पर्यटन सर्किट योजना से जोड़ने की तैयारी की थी। ताकि इसे विंटर गेम्स डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा सके। लेकिन, दयारा को रोपवे से जोड़ने की महत्वाकांक्षी योजना धरातल पर नहीं उतर पाई।

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खैर! जो हुआ, सो हुआ। फिलहाल पर्यटन विभाग दयारा के विकास को लेकर गंभीर नजर आ रहा है और इसके तहत उसने मंगलवार को 30 स्थानीय युवाओं का दल दयारा के लिए रवाना कर दिया। जिला पर्यटन अधिकारी केएस नेगी ने बताया कि दयारा में इन युवाओं के लिए रहने-खाने के साथ हिमक्रीड़ा के प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गई है। प्रशिक्षण 14 मार्च तक चलेगा। 

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इसके साथ ही स्थानीय ट्रैकिंग संचालकों ने भी हिमक्रीड़ा का आनंद लेने के लिए पर्यटकों का दल दयारा भेजा है। दल में देश के विभिन्न हिस्सों के पर्यटक शामिल हैं। 

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