coronavirus : उत्तराखंड के हॉटस्पॉट बनभूलपुरा में बवाल, हजारों लोग सड़क पर उतरे, म‍िल चुके हैं दस कोरोना पॉजीटि‍व

हल्द्वानी में कोरोना के हाॅटस्पाट के रूप में सामने आए बनभूलपुरा इलाके में लोगों का सैंपल लेने पहुंची टीम को वहां के लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा ।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 12 Apr 2020 04:00 PM (IST) Updated:Sun, 12 Apr 2020 10:12 PM (IST)
coronavirus : उत्तराखंड के हॉटस्पॉट बनभूलपुरा में बवाल, हजारों लोग सड़क पर उतरे, म‍िल चुके हैं दस कोरोना पॉजीटि‍व
coronavirus : उत्तराखंड के हॉटस्पॉट बनभूलपुरा में बवाल, हजारों लोग सड़क पर उतरे, म‍िल चुके हैं दस कोरोना पॉजीटि‍व

हल्द्वानी, जेएनएन : कोरोना के लिहाज से उत्तराखंड के सबसे संवेदनशील हल्‍द्वानी के बनभूलपुरा में रविवार दोपहर जमकर बवाल हुआ। मस्जिद में मौलाना की स्वास्थ्य जांच को लेकर पहुँची पुलिस के संग लोगों का विवाद हो गया। जिसके बाद अफवाहों का बाजार गर्म हुआ और देखते-देखते सील एरिया में हजारों लोगों का हुजूम सड़कों पर उतर गया। लोग नारेबाजी पर उतर आए। मामला बिगड़ता देख पुलिस और प्रसाशन के अधिकारी मय फ़ोर्स पहुँचे। बामुश्किल मामला शांत हुआ। बता दें क‍ि करीब डेढ़ की आबादी वाले इस बस्‍ती में जमात के दस लोगों में कोरोना पॉजीटिव मिल चुका है।

नैनीताल जिले में कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या दस पहुँच चुकी है। जमातियों और उनके सपंर्क में आए यह सभी लोग मुस्लिम बहुल इलाके बनभूलपुरा के निवासी है।संक्रमण के डर से डीएम के आदेश पर पूरे इलाके को सील कर दिया गया। उसके बाद से लोगों की जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान छेड़ा हुआ है। एलआइयू व पुलिस द्वारा ऐसे लोगों को भी चिन्हित किया गया है जो जमातियों के सपंर्क में आये हैं। इस आधार पर पुलिस टीम दोपहर में लाइन नंबर आठ स्थित बंजारन मस्जिद पहुंची। यहां के मौलाना को जांच के साथ शहर से दूर लामाचौड़ स्थित एक शिक्षण संस्थान में क्वारंटाइन किया जाना था।

क्वारंटाइन का विरोध करने पर पुलिसकर्मियों ने जब समझाने का प्रयास किया तो मामला और तूल पकड़ गया। घनी आबादी वाला इलाका होने की वजह से सड़कों पर लोगों का हुजूम उमड़ा और पुलिस-प्रसाशन के खिलाफ नारेबाजी करने के साथ धार्मिक नारेबाजी भी होने लगी। मामला बिगड़ता देख एसडीएम विवेक राय, सिटी मजिस्ट्रेट परतुष सिंह, एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, थाने-चौकी के फ़ोर्स के अलावा पीएसी के जवान भी मौके पर अलर्ट हो गए। जिसके बाद अफसरों ने लोगों को शांत कराने का प्रयास किया। करीब दो घण्टे बाद लोगों के घरों में घुसने पर स्थिति सामान्य हुई। हालांकि, संवेदनशील इलाका होने की वजह से फोर्स को निगरानी के लिए तैनात किया गया है।

लाइन नंबर आठ जमातियों का गढ़

अगर जमात प्रकरण सामने नहीं आता तो नैनीताल जनपद में कोरोना से जुड़ा एक भी मामला सामने नहीं होता। सभी आठ पॉजिटिव जमाती हैं या उनके सपंर्क में आने संक्रमित हुए हैं। वहीं, लाइन नंबर आठ में देवबंदी समुदाय को मानने वाले मुस्लिम रहते हैं। जिससे मामला और तूल पकड़ा।

फिजिकल डिस्टेनसिंग की उड़ी धज्जियां

शहर में लॉकडाउन और बनभूलपुरा पूरी तरह सील। मगर अफवाहों का चक्कर में सड़कों पर उतरे लोगों ने फिजिकल डिस्टेनसिंग की धज्जियां उड़ा दी। हर कोई इस घटना को वर्ग विशेष से इसे जोड़ने में जुटा था।

रेलवे अतिक्रमण को लेकर चर्चित

बनभूलपुरा का एक बड़ा हिस्सा रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण कर खड़ा हुआ है। हाई कोर्ट ने इसे खाली करने के आदेश भी दिए थे। लेकिन कांग्रेस से जुड़े एक नेता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर स्टे ले लिया।

पुलिसकर्मियों पर बरसा चुके पत्थर

डेढ़ लाख की आबादी वाले इस इलाके में कोई भी विवाद होने पर पुलिस के पसीने छूट जाते हैं। फरवरी 2018 में एक सड़क हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने अंधेरा होते ही पथराव शुरू कर दिया था। जिसमें पुलिस व मीडियाकर्मी दोनों घायल हुए थे। रविवार को भी इन दोनों के खिलाफ लोगों में आक्रोश था। हर सरकार में यहां के कुछ नेता पुलिस-प्रसाशन पर दबाव बनाने का प्रयास करते हैं। दबाव के लिए भीड़ को मोहरा बनाया जाता है।

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