इकबालपुर चीनी मिल में दो साल से भुगतान नहीं, तीसरे सत्र की तैयारी शुरू

गन्ने के भुगतान के लिए दो साल से किसानों को तरसा रही इकबालपुर चीनी मिल ने तीसरे पेराई सत्र की तैयारी कर ली है।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Mon, 09 Dec 2019 05:43 PM (IST) Updated:Mon, 09 Dec 2019 05:43 PM (IST)
इकबालपुर चीनी मिल में दो साल से भुगतान नहीं, तीसरे सत्र की तैयारी शुरू
इकबालपुर चीनी मिल में दो साल से भुगतान नहीं, तीसरे सत्र की तैयारी शुरू

रुड़की, जेएनएन। दो साल से गन्ने के भुगतान के लिए किसानों को तरसा रही इकबालपुर चीनी मिल ने तीसरे पेराई सत्र की तैयारी कर ली है। 12 दिसंबर से चीनी मिल चालू होगी। 35 हजार कुंतल का इडेंट (खरीद) गन्ना समितियों को भेज दिया है। भुगतान की क्या स्थिति रहेगी। इस पर संशय बरकरार है। 

इकबालपुर चीनी मिल से जुड़े किसानों की हालत बेहद खराब है। पेराई सत्र 2017-18 में चीनी मिल की ओर से बकाया 72 करोड़ रुपये में से मात्र 20 करोड़ का भुगतान किया है। पेराई सत्र 2018-19 का करीब 108 करोड़ रुपये चीनी मिल पर बकाया है। गन्ने का भुगतान ना होने के चलते किसान आंदोलन कर रहे हैं। इसी बीच इकबालपुर चीनी मिल ने पेराई सत्र की तैयारियों को भी अंतिम रूप दे दिया है। 

चीनी मिल के महाप्रबंधक गन्ना दिनेश कुमार ने बताया कि इकबालपुर चीनी मिल 12 दिसंबर से पेराई सत्र शुरू कर देगी। सोमवार को विभिन्न गन्ना समितियों  में 35 हजार कुंतल का इडेंट जारी कर दिया है। गन्ना भुगतान के संबंध में फिलहाल चीनी मिल प्रबंधन चुप्पी साधे हुए है। मिल प्रबंधन का कहना है कि इस संबंध में वार्ता की जा रही है। जल्द ही कोई निर्णय हो जाएगा।

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वहीं, किसान क्लब के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी कटार सिंह ने कहा कि इकबालपुर चीनी मिल प्रबंधन से किसानों का विश्वास पूरी तरह से उठ चुका है। इसलिए गन्ने का भुगतान जब तक नहीं हो जाता है, तब तक चीनी मिल को क्षेत्र का किसान गन्ने की आपूर्ति नहीं करेगा। पहले ही किसान का दो साल का करीब दो सौ करोड़ रुपये का बकाया इकबालपुर चीनी मिल पर है। 

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