कोरोना संक्रमण के बीच परीक्षा कराने के विरोध में उतरे छात्र, कुलपति को भेजा ज्ञापन

सक्षम छात्र संगठन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच 27 जनवरी से आफलाइन सेमेस्टर परीक्षा आयोजित कराने का विरोध किया। उन्‍होंने हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। श्री गुरुराम राय पीजी कालेज के प्राचार्य के माध्यम से विवि की कुलपति को ज्ञापन भेजा।

By Sumit KumarEdited By: Publish:Wed, 19 Jan 2022 08:35 PM (IST) Updated:Wed, 19 Jan 2022 08:35 PM (IST)
कोरोना संक्रमण के बीच परीक्षा कराने के विरोध में उतरे छात्र, कुलपति को भेजा ज्ञापन
बुधवार दोपहर छात्रों ने हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

जागरण संवाददाता, देहरादून : सक्षम छात्र संगठन ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच 27 जनवरी से आफलाइन सेमेस्टर परीक्षा आयोजित कराने का विरोध किया। बुधवार दोपहर छात्रों ने हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। साथ ही श्री गुरुराम राय पीजी कालेज के प्राचार्य के माध्यम से विवि की कुलपति को ज्ञापन भेजा।

सक्षम छात्र संगठन के संस्थापक विपिन कांबोज ने कहा कि एसजीआरआर पीजी कालेज में अभी गणित विभाग के अध्यापक व कई छात्र भी कोरोना संक्रमित हैं। ऐसे हालात में विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा कराने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है। यदि परीक्षा तिथि आगे नहीं बढ़ाई गई तो छात्र संगठन आंदोलन करेगा। इस मौके पर पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष प्रविंद्र गुप्ता, सूरज सिंह नेगी, अर्णव, ओशिन कुनवाल, नीरज रतूड़ी, नितिन चौहान, आयुष थपलियाल आदि मौजूद रहे। उधर, प्राचार्य प्रो.वीए बोड़ाई ने कहा कि परीक्षा की तिथि को लेकर अंतिम निर्णय गढ़वाल विवि को ही लेना है।

बायोमेट्रिक से राशन वितरण को तैयार नहीं डीलर

कोरोना संक्रमण के चलते सरकारी राशन विक्रेताओं ने बायोमेट्रिक के जरिये राशन वितरित करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। विक्रेताओं ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए संसाधन उपलब्ध नहीं कराने पर विभाग को पत्र भेजकर नाराजगी जताई है।

उत्तराखंड सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र गुप्ता ने बताया, विभाग को पत्र के माध्यम से अवगत कराया गया है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जाने तक बायोमेट्रिक से राशन वितरण नहीं किया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि राशन की दुकान पर संक्रमण फैलने का सबसे ज्यादा खतरा है। वजह यह कि राशन की दुकानों में शारीरिक दूरी के नियम का पालन नहीं हो पा रहा। उस पर कई राशन विक्रेता 60 वर्ष से अधिक आयु के हैं। ये हालात उनके लिए सबसे ज्यादा खतरनाक हैं। वहीं, जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कंडारी का कहना है कि राशन विक्रेताओं की तरफ से विभाग को अभी ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलने पर समस्या का निस्तारण किया जाएगा।

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