मुंबई से देहरादून रवाना हुई प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा, 40 दिन के सफर में 50 हजार देशवासियों से संपर्क

पद्मभूषण डा. अनिल प्रकाश जोशी के नेतृत्व में मुंबई से देहरादून के लिए प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा निकाली जा रही है। रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने इस साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Sun, 02 Oct 2022 09:06 PM (IST) Updated:Sun, 02 Oct 2022 09:06 PM (IST)
मुंबई से देहरादून रवाना हुई प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा, 40 दिन के सफर में  50 हजार देशवासियों से संपर्क
मुंबई से देहरादून के लिए प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा को रवाना करते महाराष्ट्र के राज्य भगत सिंह कोश्यारी। आयोजक

जागरण संवाददाता, देहरादून: धरती पर नए-नए रूप में प्राकृतिक आपदाएं सामने आ रही हैं। प्रकृति के प्रति हमारा जो व्यवहार है, यह उसी का दुष्परिमाण है। पर्यावरण और हिमालय को बचाने के लिए बेहद संजीदगी से कार्य किए जाने की आवश्यकता है। आपदाओं के कारणों और रोकथाम पर वैश्विक स्तर पर मंथन किया जाना चाहिए। विकास और प्रकृति के बीच संतुलन बनाने से ही जीवन सुरक्षित रह सकता है। यह बातें पर्यावरणविद पद्मभूषण डा. अनिल प्रकाश जोशी ने कहीं। उनके नेतृत्व में मुंबई से देहरादून के लिए प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा निकाली जा रही है। रविवार को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने इस साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

यात्रा में 15 लोग हैं शामिल

मुंबई में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सभी यात्रियों का स्वागत किया और रुद्राक्ष की माला भेंट कर यात्रा को हरी झंडी दिखाई। मुंबई स्थित राजभवन से इस यात्रा को देश के सात राज्यों (महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और उत्तराखंड) के लिए रवाना किया गया। यात्रा में 15 लोग शामिल हैं। इस अवसर पर हेस्को के संस्थापक पद्मभूषण डा. अनिल प्रकाश जोशी ने कहा, हमें यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि दुनिया में अभी जो कुछ भी घटित हो रहा है, वह प्रकृति के साथ मानव व्यवहार का ही दुष्परिणाम है।

अमेरिका में फ्लोरिडा तूफान दुनियाभर में चर्चा का विषय

अमेरिका में फ्लोरिडा तूफान दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दशकों से प्राकृतिक आपदाएं नए-नए रूप में हमारे सामने आ रही हैं। हमारे देश में भी सभी राज्य किसी न किसी रूप में इससे त्रस्त हैं। इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि पहाड़ को सड़क चाहिए और देश के तमाम गांवों व शहरों को विकास। यह भी जरूरी है कि प्रकृति जो इस देश की प्रगति भी तय करती है, उसके प्रति हम नए सिरे से सोचें। बताया कि यह साइकिल यात्रा सैकड़ों गांवों से होते हुए करीब 50 हजार देशवासियों से संपर्क करेगी और 40 दिन के सफर के बाद नौ नवंबर को उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंचेगी।

महाराष्ट्र के राज्यपाल ने दी शुभाकामनाएं

महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने यात्रा में शामिल दल को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हम किस तरह से प्रकृति के व्यवहार में बदलाव कर सकते हैं, इस पर ध्यान देना होगा। प्रगति से प्रकृति पथ यात्रा के समर्थन में इंदौर, प्रयागराज, मेरठ और बिहार, झारखंड व उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में रैली, सफाई अभियान, पौधारोपण व संवाद कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।

प्रकृति प्रेमियों ने प्रारंभ की संदेश यात्रा

उधर, महात्मा गांधी की कर्मभूमि बिहार के चंपारण और मोतिहारी (बापूधाम) स्थित गांधी संग्रहालय में गांधीवादियों व प्रकृति प्रेमियों ने भी यात्रा को सहयोग देते हुए संदेश यात्रा प्रारंभ की। इस दौरान जेके इंटरप्राइजेज के अनंत सिंघानिया, अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी, अभिनेता हेमंत पांडे, मनमोहन जोशी, पवनदीप राजन, अजय देशपांडे और शैलेंद्र कुलकर्णी समेत कई हस्तियां उपस्थित रहीं।

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