लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह बोले, वीरभूमि की उम्मीदों पर खरा उतरने की होगी कोशिश

दैनिक जागरण से दूरभाष पर बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने बताया कि वह उत्तराखंड के नए राज्यपाल के रूप में अपनी भूमिका को लेकर खासे उत्साहित हैं। उन्‍होंने कहा हिमालय की ओर से आना प्रभु कृपा से होता है।

By Sunil NegiEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 08:54 AM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 08:54 AM (IST)
लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह बोले, वीरभूमि की उम्मीदों पर खरा उतरने की होगी कोशिश
लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह उत्तराखंड के नए राज्यपाल के रूप में अपनी नई भूमिका को लेकर उत्साहित हैं।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह उत्तराखंड के नए राज्यपाल के रूप में अपनी नई भूमिका को लेकर उत्साहित हैं। सेना में अपने सेवाकाल के दौरान वह चम्पावत जिले के बनबसा में तैनात रह चुके हैं। सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी को इस बात की सबसे ज्यादा खुशी है कि उन्हें वीरभूमि की सेवा करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि वह राज्य की जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने की हर संभव कोशिश करेंगे।

लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह उत्तराखंड के आठवें राज्यपाल नियुक्त किए गए हैं। सैन्य बहुल आबादी वाले इस हिमालयी राज्य में सेना के किसी पूर्व आला अधिकारी की राज्यपाल के तौर पर यह पहली नियुक्ति है। सीमांत राज्य की प्रकृति और विषम परिस्थितियों के बारे में नवनियुक्त राज्यपाल पहले से वाकिफ हैं। खास बात ये है कि उत्तराखंड में रची-बसी आध्यात्मिकता का उन्हें अहसास भी है। 'दैनिक जागरण' से दूरभाष पर बातचीत में उन्होंने इसे साझा भी किया।

उत्तराखंड में तैनाती को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि हिमालय की ओर से आना प्रभु कृपा से ही हो पाता है। इसी वजह से उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने का मौका मिला है। उत्तराखंड वीर भूमि है। इसकी सेवा के अवसर को वह पूरी तत्परता के साथ निभाएंगे।

सेना में मजबूत हुई देश के लिए सर्वोच्च बलिदान की भावना

बतौर राज्यपाल प्राथमिकताओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सेना में सेवाकाल के दौरान राष्ट्र और समाज के प्रति सर्वोच्च बलिदान की भावना उनके भीतर मजबूत हुई है। इसी जज्बे के साथ वह अपने नए दायित्व को निभाएंगे। देश, प्रदेश और समाज की अपेक्षाओं को पूरा करने और उस पर खरा उतरने के लिए प्रयास किए जाएंगे। नया पदभार संभालने के लिए उत्तराखंड आने के बारे में उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण के बारे में राज्य सरकार से जानकारी मिलते ही वह अपने आने का कार्यक्रम तय करेंगे।

नए राज्यपाल के आने पर एक-दो दिन में साफ होगी स्थिति

नए राज्यपाल के पदभार ग्रहण करने के संबंध में एक-दो दिन में स्थिति साफ हो सकेगी। राजभवन में शनिवार को निवर्तमान राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को औपचारिक रूप से विदाई दी जाएगी।

यह भी पढ़ें:- जानें कौन हैं लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह जो बने उत्‍तराखंड के नए राज्‍यपाल, जानें क्‍या हैं उनकी नियुक्ति के सियासी मायने

chat bot
आपका साथी