ग्राफिक एरा के छात्र को इस एप के लिए मिला एक लाख का पुरस्कार, जानिए

ग्राफिक एरा डीम्ड विवि में बीसीए के छात्र जयप्रकाश सिंह के मशीन लर्निंग बेस्ड एप को अमेरिका के टेक गुरु कांर्थी लामाथा ने पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये प्रदान किए।

By Raksha PanthariEdited By: Publish:Sun, 13 Oct 2019 06:08 PM (IST) Updated:Sun, 13 Oct 2019 06:08 PM (IST)
ग्राफिक एरा के छात्र को इस एप के लिए मिला एक लाख का पुरस्कार, जानिए
ग्राफिक एरा के छात्र को इस एप के लिए मिला एक लाख का पुरस्कार, जानिए

देहरादून, जेएनएन। ग्राफिक एरा डीम्ड विवि में बीसीए के छात्र जयप्रकाश सिंह के मशीन लर्निंग बेस्ड एप को अमेरिका के टेक गुरु कांर्थी लामाथा ने पुरस्कार स्वरूप एक लाख रुपये प्रदान किए। कैलिफोर्निया में बैठकर उन्होंने सम्मेलन को ऑनलाइन संबोधित किया। ग्राफिक एरा में इनोवेटिव कंप्यूटिशनल तकनीक पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन चल रहा है। 

सम्मेलन के दूसरे दिन शनिवार को इनोवेटिव सस्टेनेबल कंप्यूटिशनल तकनीक पर आइईई सम्मेलन के मुख्य वक्ता भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई के पूर्व वैज्ञानिक डॉ. गुलशन रहलान ने कहा कि परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में सटीक गणना के लिए इनोवेटिव कम्प्यूटिशनल तकनीक बहुत उपयोगी साबित हो रही है। उन्होंने नैनो-प्रौद्योगिकी में हो रहे अनुसंधान के बारे में जानकारी दी और साथ ही उपस्थित युवा शोधार्थियों और छात्र-छात्राओं को नई सोच के साथ अनुसंधान कर राष्ट्र विकास में प्रेरित किया। 

दक्षिण अफ्रीका की क्वा जुलु नेटाल विवि की डॉ. उपासना गीतांजली सिंह ने साइबर बुलिंग के बढ़ते अपराध पर सोशल नेटवर्किंग माध्यम से रोकथाम की संभावनाओं पर बताया कि मशीन लर्निंग तकनीक के उपयोग से लोगों को साइबर अपराधियों से बचाया जा सकता है। आइआइटी रुड़की के विशेषज्ञ डॉ. सतीश कुमार ने शोधकर्ताओं को ऊर्जा दक्षता के क्षेत्र में अनुसंधान की चुनौतियां और समस्याओं को समझने और उनका हल खोजने को प्रेरित किया। 

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कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग विभाग के इस आयोजन में विवि के कुलपति डॉ. राकेश शर्मा ने कहा कि सतत विकास के लिए नवीनतम कंप्यूटेशन तकनीक अनुसंधान में प्रभावी और सहायक साबित होती है। इस अवसर पर कुलाधिपति प्रो. डॉ. आरसी जोशी, ग्राफिक एरा पर्वतीय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजय जसोला, डॉ. सचिन शर्मा, डॉ. डीआर गंगोधकर आदि मौजूद रहे। 

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