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Char Dham Yatra में बदली व्यवस्था, अधिक संख्या में तैनात होगी SDRF; केदारनाथ यात्रा मार्ग पर होगा फोकस

प्रदेश में इस वर्ष 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी संबंधित विभाग तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। इसी कड़ी में एसडीआरएफ भी यात्रा के अपनी तैयारियां पूरी कर चुका है। वैसे तो हर वर्ष एसएडीआरएफ आपात स्थिति से निपटने के लिए हर वर्ष यात्रा मार्ग पर एसडीआरएफ की तैनाती की जाती है।

By Vikas gusain Edited By: Swati Singh Published: Sat, 27 Apr 2024 07:56 PM (IST)Updated: Sat, 27 Apr 2024 07:56 PM (IST)
Char Dham Yatra में बदली व्यवस्था, अधिक संख्या में तैनात होंगी SDRF

राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश में चारधाम यात्रा के दौरान स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एसडीआरएफ) चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की हर संभव मदद करने को हाथ आगे बढ़ाएगा। वैसे तो एसडीआरएफ प्रदेश के हर धाम में तैनात रहेगी, लेकिन इसका मुख्य फोकस केदारनाथ यात्रा मार्ग पर रहेगा।

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एसडीआरएफ ने केदारनाथ मार्ग पर पांच पड़ाव बनाए हैं। इन पड़ावों में दो से तीन दल तैनात किए जा रहे हैं, जो एक पड़ाव से दूसरे पड़ाव के बीच यात्रियों की सहायता के लिए 24 घंटे सक्रिय रहेंगे।

10 मई से शुरू हो रही है चारधाम यात्रा

प्रदेश में इस वर्ष 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। यात्रा को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी संबंधित विभाग तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। इसी कड़ी में एसडीआरएफ भी यात्रा के अपनी तैयारियां पूरी कर चुका है। वैसे तो हर वर्ष एसएडीआरएफ आपात स्थिति से निपटने के लिए हर वर्ष यात्रा मार्ग पर एसडीआरएफ की तैनाती की जाती है। विशेष रूप से उन स्थानों पर जो आपदा के दृष्टिगत संवेदनशील हैं।

हर पड़ाव में दो से तीन दलों की तैनाती

इस बार एसडीआरएएफ कार्मिकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। साथ ही वर्ष केदारनाथ मार्ग पर पांच पड़ाव बनाए जा रहे हैं। ये पड़ाव केदारनाथ, लिनचौली, सोनप्रयाग, अगस्त्यमुनि व रतूड़ा में प्रस्तावित हैं। हर पड़ाव में दो से तीन दलों की तैनाती की जाएगी। दो-दो दल तैनात किए गए हैं। ये दल एक पड़ाव से दूसरे पड़ाव के बीच 24 घंटे नजर रखेंगे।

बर्फ से निपटने के लिए दिए गए आधुनिक उपकरण

केदारनाथ धाम के मौसम को देखते हुए इन दलों को बर्फ से निपटने के लिए भी आधुनिक उपकरण दिए जा रहे हैं। साथ ही पड़ाव स्थलों पर प्राथमिक उपचार के लिए दवाओं की व्यवस्था भी की गई है। आपात स्थिति में ये दल यात्रियों की सहायता करने के साथ ही इन्हें निकटतम स्वास्थ्य केंद्र तक भी पहुंचाएंगे।

अधिक संख्या में एसडीआरएफ कर्मियों की तैनाती

एसडीआरएफ के सेनानायक मणिकांत मिश्रा का कहना है कि यात्रा के दृष्टिगत इस बार अधिक संख्या में एसडीआरएफ कर्मियों की तैनाती की जा रही है। एसडीआरएफ यात्रियों की समस्याओं के निस्तारण को हर संभव मदद करेगी। मकसद यह कि यात्रियों की यात्रा सुरक्षित तरीके से हो सके।

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