मीरजापुर के शहीद : तीज के त्योहार पर पति रवि सिंह के वादे को याद कर पत्नी का रो-रोकर बेहाल
कश्मीर के पटन में आतंकियों से लोहा लेते हुए बलिदान होने वाले मीरजापुर रवि सिंह के मौत की खबर सुनते ही पत्नी प्रियंका सिंह बेहोश हो गई।
मीरजापुर, जेएनएन। कश्मीर के पटन में आतंकियों से लोहा लेते हुए बलिदान होने वाले रवि सिंह के मौत की खबर सुनते ही पत्नी प्रियंका सिंह बेहोश हो गई। कुछ देर बाद होश में आई तो कहा कि अब वह कैसे पास आकर उसे सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद देंगे। आप आशीर्वाद देने के लिए भगवान से छुट्टी लेकर चले आएं स्वामी। मेरे लिए वे आपको नहीं रोकेंगे और यहां भेज देंगे। यह कहते हुए पत्नी रोते हुए बार-बार बेहोश हो जा रही थी। उसकी हालत देखकर वहां मौजूद अन्य महिलाएं भी अपने आंखों के आंसू नहीं रोक पा रही थीं। वे नम आंखों से भी संगीता को ढाढ़स बंधाने में लगी थी, लेकिन वह किसी की बातें सुनने को तैयार नहीं थीं। बस अपने पति की बांतें याद कर बिलखती रहीं।
गौरा गांव निवासी रवि ङ्क्षसह की पत्नी प्रियंका सिंह उसकी लंबी उम्र के लिए दो दिन बाद पडऩे वाले तीज का व्रत रखने वाली थी। रवि ने भी उससे वादा किया था कि पास आकर ही उसे आशीर्वाद देगा। इस पर पत्नी ने कहा कि जब उन्हें छुट्टी नहीं मिलेगी तो कैसे पास आकर आशीर्वाद देंगे। इस पर उसने बताया कि वीडियो कॉलिंग के माध्यम उसके पास आकर ही आशीर्वाद देगा। लेकिन उससे पहले ही प्रियंका से रवि को भगवान ने छीन लिया। दो दिन बाद पडऩे वाले तीज के त्योहार के बारे में किए गए पति की यह बातें याद कर पत्नी रो-रो कर बेहोश हो जा रही थी। उसकी हालत देखकर सभी की आंखें नम हो गई। सभी ने कहा कि अभी तो प्रियंका के जीवन की नई पारी शुरू हुई थी। उसने अपने जीवन के खुशी के कुछ पल ही देखे थे फिर भगवान ने उसके ऊपर इतना बड़ा दुखों का पहाड़ क्यों गिरा दिया। उधर, रवि के शहीद होने की खबर लगते ही पूरा क्षेत्र उनके घर परिवार को ढाढ़स बंधाने के लिए उमड़ पड़ा। इकलौते पुत्र की मौत होने की जानकारी होने पर सभी की आंखें नम हो गई। हर कोई परिवार की स्थिति देखकर भगवान की ओर भी देख रहा था। उनके मन में एक ही सवाल उठ रहा था कि भगवान ये तूने क्या किया। जो परिवार का लाठी था उसी को तोड़ दिया। अब ये लोग अपने जिदंगी का सफर कैसे तय करेंगे।