राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा, न बनें किताबी कीड़ा

बलिया : राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि स्कूली बच्चों को किताबी कीड़ा नहीं बनना चाहिए। सफलता के

By JagranEdited By: Publish:Tue, 17 Apr 2018 01:29 PM (IST) Updated:Tue, 17 Apr 2018 05:01 PM (IST)
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा, न बनें किताबी कीड़ा
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा, न बनें किताबी कीड़ा

बलिया : राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि स्कूली बच्चों को किताबी कीड़ा नहीं बनना चाहिए। सफलता के लिए व्यक्तित्व विकास जरूरी है। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी को अहंकार नहीं करना चाहिए। अहंकार हाइवे पर स्पीड ब्रेकर के समान होता है। राज्यपाल मंगलवार को सेंट जेवियर्स स्कूल धरहरा के स्थापना दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। उन्होंने स्कूली छात्रों को स्किल डेवलपमेन्ट पर जोर देने को कहा। राज्यपाल ने छात्रों को चार प्रकार के टिप्स दिए- पहला मुस्कराते रहो, दूसरा कब मुस्कराना है उसका निर्धारण, तीसरा अच्छे काम करने वालों का सम्मान और चौथा किसी की अवमानना या अहंकार नहीं करना। कहा कि इससे सफलता निश्चित है।

राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर की भूमि पर आकर खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। उनकी जयंती के मौके पर राज्यपाल ने कहा कि चंद्रशेखर के विचारों की आज भी उतनी ही जरूरत है जितनी पहले थी। उनका व्यक्तित्व प्रेरणादायक है और हमेशा रहेगा।

कार्यक्रम के बाद पत्रकारों द्वारा केंद्र को राज्य सरकार की रिपोर्ट भेजने के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि मेरा काम दोनों के बीच सामंजस्य स्थापित करना है। मैं अपना काम बखूबी कर रहा हूं।

वहीं राज्यपाल के साथ आए विस अध्यक्ष ने भी छात्रों में प्रेरणा भरी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि यूरोपीय सभ्यता की नकल ठीक बात नहीं है। अंग्रेजी ने हमारी संस्कृति और सभ्यता को कमजोर करने का प्रयास किया है। हमें इस भ्रम से निकलना होगा कि अंग्रेजी पढ़ने वाला सबसे बेहतर होगा। गीता से निकली सभ्यता से ही सुंदर चरित्र का निर्माण संभव है।

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