Move to Jagran APP

ठीक एक साल बाद यूपी के इन दो शहरों के बीच शुरू हो जाएगा एक्सप्रेसवे, दिन-रात को काम करेगा एनएचएआई

राजधानी से कानपुर का सफर अप्रैल 2025 तक लोग एक्सप्रेस वे से कर सकेंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने काम को पूरा कराने के लिए रात की पाली में भी कार्यदायी संस्था को काम करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में यहां रात में भी काम शुरू हो गया है। एलीवेटेड रोड जो करीब 18 किमी. है। उस पर यह काम देखा जा सकता है।

By Anshu Dixit Edited By: Shivam Yadav Published: Thu, 23 May 2024 02:04 AM (IST)Updated: Thu, 23 May 2024 02:04 AM (IST)
ठीक एक साल बाद यूपी के इन दो शहरों के बीच शुरू हो जाएगा एक्सप्रेसवे।

जागरण संवाददाता, लखनऊ। राजधानी से कानपुर का सफर अप्रैल 2025 तक लोग एक्सप्रेस वे से कर सकेंगे। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने काम को पूरा कराने के लिए रात की पाली में भी कार्यदायी संस्था को काम करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में यहां रात में भी काम शुरू हो गया है। 

एलीवेटेड रोड जो करीब 18 किमी. है। उस पर यह काम देखा जा सकता है। एलीवेटेड रोड जो सैनिक स्कूल से बनी तक बनाई जा रही है। उसे मार्च 2025 से पहले करने का लक्ष्य रखा गया है। 

वर्तमान में पचास फीसद काम यहां का भी हो गया है। वर्तमान में चुनाव के कारण मजदूर व स्टाफ अपने राज्यों में जाने के कारण काम जरूर प्रभावित हुआ है, लेकिन नब्बे फीसद स्टाफ लौटने के बाद फिर प्राधिकरण ने काम में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।

प्राधिकरण ने सुलझा लिए स्थानीय मुद्दे

एनएचएआई के परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया ने बताया कि पचास फीसद ग्रीन फील्ड का काम भी हो गया है। बीच-बीच में दो से तीन किमी की सड़क बनी है। इस काम में गति और लायी जा रही है। 

उन्होंने बताया कि तीन हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट को समय से पूरा करने के लिए कार्यदायी संस्था ने काम को कई भागों में विभाजित कर दिया है। इससे प्रोजेक्ट ने स्पीड पकड़ रखी है। कुछ स्थानीय मुद्दे थे, उन्हें भी प्राधिकरण ने सुलझा लिए हैं। 

इनमें बंथरा, बनी के आसपास रोड़ चौड़ीकरण के लिए मकान तोड़ दिए गए हैं, यहां भी रोड़ चौड़ी होनी शुरू होगी जल्द। गौरी बाजार शिफ्ट होने से जाम करीब करीब खत्म हो गया है। 

उन्होंने बताया कि दिसंबर 2024 तक अस्सी से नब्बे फीसद काम करने का प्रयास है। जनवरी से बचे हुए काम पर फोकस किया जाएगा। अमूमन काम होने के बाद दो से तीन माह का समय फिनिशिंग में लग जाता है। इसलिए ज्यादा समय लेकर चला जा रहा है। 

उद्देश्य है कि जब पब्लिक एक्सप्रेस वे पर चले तो उसे कोई परेशानी न हो, लाइटिंग, बैरिकेडिंग, रोड सेफ्टी से जुड़े सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इसे शुरू करने की कोशिश है।

लखनऊ कानपुर एक्सप्रेस वे का काम वैसे तो अगस्त 2025 तक पूरा करना है। हर संभव प्रयास किया जा रहा है कि निर्धारित तिथि से पहले प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाए। प्रोजेक्ट की नियमित मॉनिटरिंग हो रही है। रात की पाली में भी कुछ काम कराए जा रहे हैं, जिससे समय पर काम हो सके।

-सौरभ चौरसिया, परियोजना निदेशक, एनएचएआई।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.