मानदेय व सुरक्षा को लेकर ठप हो सकती हैं एंबुलेंस सेवाएं, दो दिनों पूर्व किया था चालकों ने बहिष्कार

मानदेय और सुरक्षा को लेकर ठप हो सकती हैं एंबुलेंस सेवाएं दो दिनों पूर्व किया था चालकों ने बहिष्कार।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Thu, 02 Apr 2020 09:27 PM (IST) Updated:Thu, 02 Apr 2020 09:31 PM (IST)
मानदेय व सुरक्षा को लेकर ठप हो सकती हैं एंबुलेंस सेवाएं, दो दिनों पूर्व किया था चालकों ने बहिष्कार
मानदेय व सुरक्षा को लेकर ठप हो सकती हैं एंबुलेंस सेवाएं, दो दिनों पूर्व किया था चालकों ने बहिष्कार

वाराणसी, जेएनएन। एक तरफ जहां पूरा देश कोरोनावायरस संक्रमण से जंग लडऩे में जुटा है। इसमें हमारे योद्धा अपनी सुरक्षा को भूलकर लोगों की जान बचाने में लगे हैं तो कारोबारी अपनी आय को दरकिनार कर दान करने में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। इनके बीच प्रदेश की एंबुलेंस सेवा 102 व 108 के चालक व सह चालक अलग ही राग अलाप रहे हैं। 

दो दिन पूर्व मानदेय व सुरक्षा को लेकर कार्य बहिष्कार किया था जिस पर सरकार ने पहल करते हुए भरोसा दिया कि वे भी घोषित 50 लाख की बीमा के दायरे में आएंगे। इसके साथ ही संबंधित कंपनी (जीवीके आइएमआरआइ) को भी निर्देशित करते हुए उसके अधीन कार्य कर रहे 102 व 108 के कर्मचारियों को आठ अप्रैल तक मानदेय भुगतान करने का आदेश दिया। इसके बाद कुछ घंटे के कार्य बहिष्कार के बाद वे कम पर लौटे लेकिन 31 मार्च को डीएम आंबेडकर नगर की कार्रवाई पर फिर उबल पड़े हैं। डीएम ने नेतागिरी करने वाले एंबुलेंस कर्मियों के संघ जीवनदायिनी स्वास्थ्य विभाग 108, 102 एएलएस एंबुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष को गिरफ्तार करा दिया। इसे लेकर गुरुवार को प्रदेश भर के संघ नेता आंबेडकर नगर पहुंचे। उन्होंने संघ के वाट्सएप गु्रप पर प्रदेश भर के कर्मियों को आंदोलन के लिए तैयार रहने का मैसेज दिया। इसके बाद कंपनी के अफसरों में हड़कंप मच गया। उन्होंने जिला प्रशासन को सूचित करते हुए कोरोना महामारी जैसी विषम परिस्थिति में सहयोगी बने रहने के लिए संघ पदाधिकारियों से अनुरोध किया।

एंबुलेंस में बैठा रहे सवारी बेच रहे सुरक्षा किट 

कंपनी के सूत्रों के मुताबिक एंबुलेंस में चालक व सह चालक लॉकडाउन में सड़कों पर भटक रहे लोगों को बैठाकर गंतव्य तक छोड़ रहे हैं। इसके अलावा सुरक्षा उपकरणों जैसे ग्लव्स, सैनिटाइजर, साबुन, पीपीई किट आदि बेच रहे हैं। ऐसी शिकायतें सीधे तौर पर और सोशल मीडिया से मिल रही है।

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