परियोजना अधूरी होने से सफर दुखदायी, परेशानी में व्यवसायी

वाराणसी राजमार्ग का निर्माण पूरा न होने से सफर सहित शहर का आवागमन भी है प्रभावित

By JagranEdited By: Publish:Thu, 19 May 2022 11:12 PM (IST) Updated:Thu, 19 May 2022 11:12 PM (IST)
परियोजना अधूरी होने से सफर दुखदायी, परेशानी में व्यवसायी
परियोजना अधूरी होने से सफर दुखदायी, परेशानी में व्यवसायी

सुलतानपुर: वाराणसी-लखनऊ राजमार्ग पर हो रहे फोरलेन निर्माण की धीमी गति ने सफर को कष्टकारी बना दिया है। आए दिन हादसे हो रहे हैं। ऊबड़, खाबड़ व गड्ढा युक्त सड़क में गिरकर लोग चोटिल हो रहे हैं। धूल का उड़ता गुबार हाईवे किनारे बसे लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। परियोजना के लंबित होने व ग्राहकों की कम आवाजाही से हाईवे किनारे के दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

उम्मीद को लगा झटका

चार साल पहले लखनऊ वाराणसी (राजमार्ग 56) को फोरलेन में तब्दील करने की कार्य योजना बनी तो भवन आदि तोड़े जाने की बात से दुखी भी हुए। वहीं विकास के नाम पर चौड़ी सड़क, आवागमन बढ़ने से व्यवसाय में इजाफा होने की भी उम्मीद बढ़ी। चार साल बीत जाने के बाद भी पयागीपुर चौराहे से 400 केवी व रानीगंज तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। इससे लोग परेशान हैं। ओवरब्रिज का काम भी अधूरा है। साथ ही सर्विस लेन भी क्षतिग्रस्त हो गई है।

दुकानदारों की पीड़ा

स्थानीय दुकानदार गया प्रसाद ने कहा कि धीमा निर्माण कार्य से दिन भर धूल उड़ती रहती है। चाय बनाना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में ग्राहक नहीं आते हैं। जूस की बिक्री करने वाले सुभाष यादव ने कहा कि निर्माण कार्य यदि जल्द पूरा कर लिया जाए तो व्यवसाय फिर से चमक उठेगा। कारोबारी बसंत लाल ने कहा कि उम्मीद थी डेढ़ दो साल में चौराहा बेहतर हो जाएगा। चार साल बीत रहे हैं लेकिन हालात दिन-ब-दिन बिगड़ रहे हैं। बिल्लू गुप्ता व बृजनाथ ने कहा कि दिन रात वाहनों का आवागमन और फोरलेन का निर्माण पूरा न होने से स्थितियां अनियंत्रित हो गई हैं। थोड़ी सी बारिश होने पर जलभराव हो जाता है।

वर्जन:::

तय समय सीमा में कार्य निपटाने के निर्देश की अनदेखी हो रही है। काम में तेजी लाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के उच्चाधिकारियों से जल्द ह बातचीत की जाएगी।

-शमशाद हुसैन, मुख्य विकास अधिकारी व नोडल अधिकारी एनएच 56

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