बंद क्रॉसिगों को किया जाएगा पुख्ता, ट्रैक होगें सुरक्षित

सुलतानपुर जिले की सीमा में आने वाली तकरीबन सभी रेलवे क्रॉसिग बंद की जा चुकी हैं। बावजूद

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 10:46 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 10:46 PM (IST)
बंद क्रॉसिगों को किया जाएगा पुख्ता, ट्रैक होगें सुरक्षित
बंद क्रॉसिगों को किया जाएगा पुख्ता, ट्रैक होगें सुरक्षित

सुलतानपुर : जिले की सीमा में आने वाली तकरीबन सभी रेलवे क्रॉसिग बंद की जा चुकी हैं। बावजूद इसके शहर की ही बंद क्रॉसिग से लोगों की आवाजाही होती है। ट्रैक पार करने के चलन को रोकने के लिए विभाग ने कार्ययोजना बनाई है। इनके दोनो किनारों पर बैरीकेडिग पुख्ता की जाएगी साथ ही दोहरे रेल ट्रैक के बीच में गहरा गड्ढ़ा खोदा जाएगा। इससे दुर्घटनाओं पर रोक लग सकेगी। शहर में बंद रेलवे फाटकों की दीवारों को क्षतिग्रस्त कर इन्हें पार करने का चलन रुक नहीं रहा है। आरपीएफ ने कोहरा और मौसम में बदलाव के मद्देनजर रेलवे फाटकों पर सतर्कता बढ़ाई है। इसके तहत नियम विरुद्ध तरीके से ट्रैक पार करने वालों पर जुर्माना लगाया जा रहा है।

- यह है विधिक प्रावधन

बंद रेलवे क्रॉसिग को पार करना रेलवे अधिनियम के तहत दंडनीय है। इसके बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर नियम तोड़ते हुए रेल पटरी पार करते हैं। ऐसा करने पर तीन हजार रुपये तक के जुर्माने का नियम है। रेलवे अधिनियम में प्रावधान है कि यदि कोई व्यक्ति सड़क यातायात के लिए बंद रेलवे क्रासिग के दोनों ओर बने किसी अवरोध को तोड़ने की कोशिश करता है तो उसे पांच साल की जेल हो सकती है।

- किए जाएगें यह उपाय

फाटक वाली और स्थाई रूप से बंद क्रासिग सुरक्षित हो और इनसे ट्रेनें सकुशल गुजर सकें इसके लिए रेल प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। सुलतानपुर-लखनऊ रेल खंड की तकरीबन 80 क्रासिग स्थाई रूप से बंद की जा रही हैं। आवश्यकता वाले स्थानों पर अंडरपास बनाए जा रहे हैं। सहायक मंडल अभियंता मंगल यादव ने कहा कि बंद क्रासिग पर किसी तरह की मानवीय गतिविधि न हो इसके लिए इनकी दीवारों की लंबाई बढ़ाई जाएगी। साथ ही ट्रैक पार न किया जा सके इन दीवारों के आगे खाई बना कर कटीले तार लगाए जाएगें।

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