सोन के पानी ने पटना में मचाई तबाही

भारी बारिश के साथ बाणसागर डैम द्वारा छोड़े जा रहे लाखो क्यूसेक पानी की वजह से पटना सहित गंगा के तटवर्ती इलाकों में तबाही का सिलसिला अभी दो दिन और जारी रह सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Oct 2019 08:15 PM (IST) Updated:Wed, 02 Oct 2019 06:23 AM (IST)
सोन के पानी ने पटना में मचाई तबाही
सोन के पानी ने पटना में मचाई तबाही

जासं, ओबरा (सोनभद्र) : भारी बारिश के साथ बाणसागर डैम द्वारा छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी की वजह से पटना सहित गंगा के तटवर्ती इलाकों में तबाही का सिलसिला अभी दो दिन और जारी रह सकता है। मंगलवार सुबह भी बाणसागर डैम के दस फाटक खुले रहे। फाटकों के लगातार खुले रहने के साथ बिहार के डेहरी आन सोन स्थित इन्द्रपुरी बैराज पर लगातार दबाब बना हुआ है। इन्द्रपुरी बैराज तक पहुंचने से पहले सोन नदी में गोपद, विजुल, रेणुका, कनहर एवं कोयल नदी आदि नदियां भी मिलती हैं। इसके अलावा 50 से ज्यादा नदी रूपी बड़े नाले तमाम पहाड़ी श्रृंखलाओं से निकल सोन में मिलते हैं। पिछले पांच दिनों हुई भारी बारिश के कारण सोन में अतिरिक्त पानी की आवक हो रही है।

जिसके कारण भारी पैमाने पर पानी इन्द्रपुरी बैराज तक पहुंच रहा है। पटना में भारी तबाही के बीच सोमवार तड़के चार बजे 3,41,483 क्यूसेक पानी इन्द्रपुरी बैराज से और छोड़ा गया जो चालू वर्ष का अधिकतम रहा। मंगलवार सुबह तक इन्द्रपुरी से 2,72,716 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था।इतने भारी पैमाने पर पहुंच रहे पानी के कारण पटना में गंगा के जलस्तर में कमी की सम्भावना अगले दो दिन तक नहीं दिख रही है। मध्यप्रदेश में भारी बारिश की वजह से पिछले 14 दिनों से लगातार बाणसागर डैम के फाटक खुले हुए हैं। बीते 18 सितम्बर को डैम के अधिकतम जलस्तर 341.64 मीटर तक पहुंचने के कारण दस फाटक खोलकर 74 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया था। बीते 27 सितम्बर को 87,848 क्यूसेक, 28 सितम्बर को 1,45,354 क्यूसेक, 29 सितम्बर को 1,09,818 क्यूसेक एवं 30 सितम्बर को 1,09,703 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।

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