तंबुओं में हो रहा राम-नाम का जाप

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By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Mar 2019 11:07 PM (IST) Updated:Wed, 06 Mar 2019 11:07 PM (IST)
तंबुओं में हो रहा राम-नाम का जाप
तंबुओं में हो रहा राम-नाम का जाप

नैमिषारण्य (सीतापुर) : 84 कोसीय परिक्रमा मेले में परिक्रमार्थियों का रैला अमावस्या की शाम से ही आना शुरू हो गया था। मेले में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए तपोभूमि नैमिषारण्य में अन्य जिलों, प्रदेशों व पड़ोसी देश नेपाल से लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं आ गए हैं। नैमिष के विभिन्न आश्रमों सहित खाली पड़े मैदान पर तंबू लगाकर डेरा डाल दिया है। इन सभी श्रद्धालुओं ने बुधवार को आश्रमों में चल रहे भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद देर शाम तक इनके द्वारा ढोलक, खंजड़ी की धुन पर राम-नाम का जाप किया जाता रहा। गुरुवार तड़के से परिक्रमा प्रारंभ होने से पहले ये सभी श्रद्धालु चक्रतीर्थ एवं आदि गंगा गोमती में स्नानादि करके मां ललिता देवी के दर्शन कर परिक्रमा में शामिल हो जाएंगे। परिक्रमा मेले का शुभारंभ पहला आश्रम के महंत भरत दास (डंका वाले बाबा) डंका बजाकर करेंगे। फिर रामादल (परिक्रमार्थी) ढोल, नगाड़ों, घंटा, घड़ियाल बजाते हुए भैरमपुर मार्ग से पहले पड़ाव कोरौना के लिए कूच करेंगे। मेले में रामादल के अधिकांश लोग पैदल परिक्रमा कर रहे हैं। कुछ लोग पालकी, घोड़ा, हाथी और ऊंट की सवारी करते हुए परिक्रमा में शामिल हो रहे हैं। इस परिक्रमा में गृहस्थ, साधु, संत और संयासी आदि लोग पुण्य की आकांक्षा लेकर शामिल होते हैं। नगर में भंडारों की धूम

नगर में आने वाले श्रद्धालुओं व परिक्रमार्थियों की सुविधा के लिए जगह-जगह भंडारों की धूम रही। हनुमान गढ़ी, पहला आश्रम, काली पीठ, बाला जी मंदिर, नारदानंद आश्रम, व्यास गद्दी, देवपुरी, ललिता आश्रम, बलराम धर्मशाला आदि में भंडारे आयोजित हुए। जगह-जगह चाय के स्टाल लगाकर वितरित की गई।

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