मां की गोद पा निहाल हुआ रेहान

सिद्धार्थनगर : चार वर्ष से अपने पति जैनुद्दीन से विरक्त हो मायके में रह रही नसीमा खातून का नसीब ग

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Mar 2018 11:31 PM (IST) Updated:Thu, 22 Mar 2018 11:31 PM (IST)
मां की गोद पा निहाल हुआ रेहान
मां की गोद पा निहाल हुआ रेहान

सिद्धार्थनगर : चार वर्ष से अपने पति जैनुद्दीन से विरक्त हो मायके में रह रही नसीमा खातून का नसीब गुरुवार को संवर गया। कोतवाली पुलिस की पहल पर दोनों परिवारों के बीच चला आ रहा मनमुटाव खत्म हो गया। बीते 2012 को दोनों की मुस्लिम रीत-रिवाज से शादी हुई थी। एक वर्ष बाद दोनों को रेहान नाम का एक पुत्र भी हुआ जिसके एक वर्ष बाद ही दोनों पर न जाने किसकी काली छाया पड़ी की ऐसा मनमुटाव हुआ कि दोनों एक दूसरे से दूर हो गए। इसमें एक वर्ष के रेहान से उसके मां का आंचल भी छूट गया। दोनों के बीच हुए समझौते के बाद रेहान के चेहरे पर जो खुशी देखी गई उससे दोनों परिवार के लोग निहाल हो गए।

नगर पालिका के निरालानगर वार्ड निवासी मतीउल्लाह की पुत्री नसीमा खातून की शारी गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र स्थित चार फाटक मोहल्ला निवासी जैनुल्लाह के पुत्र जैनुद्दीन से 1 नवंबर 2012 को हुई थी। एक वर्ष बाद दोनों के बीच एक पुत्र हुआ जिसका नाम रेहान रखा। इसके एक वर्ष बाद ही पति के परिवार के बीच नसीमा खातून की खठास बढ़ गई। वह 2014 में अपने मासूम बच्चे को छोड़ मायके चली आई। यहां आने के बाद उसने अपने पति सहित ससुर व सास के खिलाफ न्यायालय में दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दायर कर दिया। तभी से चली आ रही मुकदमें बाजी पर कोतवाली के उप निरीक्षक सत्य प्रकाश यादव द्वारा विशेष प्रयास कर विराम लगा दिया गया। दोनों परिवारों को कोतवाली बुलाया और प्रभारी निरीक्षक रवींद्र कुमार ¨सह के बीच पंचायत कर मामले को सुलझा दिया गया। इससे एक तरफ नसीमा का नसीब जहां सुधर गया वहीं उसके मासूम रेहान को भी मां की ममता मिल गई। इस दौरान दोनों परिवारों के ओर मो. आशिफ खां, मकबूल खां, मो. जावेद, मो. इरशाद आदि सहित एसएसआई महावीर प्रसाद यादव, एसआई अजीत विक्रम राय, महेंद्र ¨सह एचसीपी रवीकांत मणि, आरक्षी मकबूल खां, देश दीपक ¨सह, आदि मौजूद रहे।

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