Shahjahnpur News: पूर्व राष्ट्रपति जाकिर हुसैन के नाती ने भरा जुर्माना तो रिहा हुआ बंदी, पूरी हो चुकी थी सजा
विजयपाल ने जेल अधीक्षक मिजाली लाल को अपनी समस्या बताई। जेल अधीक्षक ने पूर्व राष्ट्रपति डा. जाकिर हुसैन के नाती डा. नदीम रहमान से संपर्क किया। उनके कहने पर नदीम विजयपाल का अर्थदंड जमा करने को राजी हो गए।
शाहजहांपुर, जागरण संवाददाता। पूर्व राष्ट्रपति डा. जाकिर हुसैन के नाती ने छेड़छाड़ के मामले में सजा पूरी करने के बाद भी रिहा नहीं हो पा रहे बंदी की मदद की। उसके अर्थदंड की पांच हजार रुपये की धनराशि जमा की, जिसके बाद उसे जेल से छोड़ा गया। दोषी की तीन दिन पहले ही पांच साल की सजा पूरी हुई थी।
छेड़छाड़ के मामले में हुई थी पांच साल की सजा
निगोही थाना क्षेत्र निवासी विजयपाल पर पांच साल पहले युवती से छेड़छाड़ की प्राथमिकी पंजीकृत कराई गई थी। न्यायालय से उसे पांच साल की सजा व पांच हजार रुपये जुर्माने से दंडित किया गया था। तीन दिन पहले उसकी सजा पूरी हो गई, लेकिन उसके अर्थदंड को किसी स्वजन ने जमा नहीं किया। जिस कारण उसे तीन माह की अतिरिक्त सजा और काटनी थी।
रुपये जमा होने पर रिहा हुआ बंदी
विजयपाल ने जेल अधीक्षक मिजाली लाल को अपनी समस्या बताई। जेल अधीक्षक ने पूर्व राष्ट्रपति डा. जाकिर हुसैन के नाती डा. नदीम रहमान से संपर्क किया। उनके कहने पर नदीम विजयपाल का अर्थदंड जमा करने को राजी हो गए। सोमवार को पांच हजार रुपये जमा होने पर शाम में विजयपाल को रिहा कर दिया गया। जेल अधीक्षक ने उसे सुंदरकांड व कुछ अन्य धार्मिक पुस्तकें दीं। नशा न करने का भी संकल्प दिलाया।
जिले में ही ब्याही थीं पूर्व राष्ट्रपति की बेटी
पूर्व राष्ट्रपति डा. जाकिर हुसैन की बेटी सफिया रहमान का निकाह शहर के बाडूजई अव्व्ल मुहल्ला निवासी प्रो. डा. जिल्लुर्रहमान से हुआ था। जिल्लुर्रहमान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर रहे। सफिया रहमान बेटे नदीम के साथ शहर में ही रहती थीं। डा. जिल्लुर्रहमान का निधन 24 जनवरी 2016 को हुआ था। 11 जुलाई 2016 को सफिया का भी निधन हो गया। डा. नदीम रहमान व उनका परिवार यहां रहता है।