जांच रिपोर्ट में पपीता को बताया गया सेहत के लिए खतरनाक

संतकबीर नगर राजकीय प्रयोगशाला से आई जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली है। रिपोर्ट में कार्बाइड से पकाए गए पपीते को सेहत के लिए असुरक्षित बताया गया। जांच में मूंकफली का दाना व रेडीमेड मिठाइयां भ्अधोमानक मिलीं है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Dec 2020 06:24 PM (IST) Updated:Wed, 02 Dec 2020 06:24 PM (IST)
जांच रिपोर्ट में पपीता को बताया गया सेहत के लिए खतरनाक
जांच रिपोर्ट में पपीता को बताया गया सेहत के लिए खतरनाक

संतकबीर नगर: राजकीय प्रयोगशाला से आई जांच रिपोर्ट चौंकाने वाली है। रिपोर्ट में कार्बाइड से पकाए गए पपीते को सेहत के लिए खतरनाक बताया गया है। जांच में मूंगफली का दाना, कुट्टू का आटा भी अधोमानक निकला है।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने दशहरा पर्व के मद्देनजर अक्टूबर में अभियान चलाया था। घनघटा तहसील क्षेत्र में थोक फल विक्रेता राकेश पुत्र रंगीलाल की फर्म पर दबिश दी गई थी। उनके यहां संदिग्ध लग रहे पपीता का सैंपल जांच के लिए राजकीय प्रयोगशाला में भेजा गया था। लैब से आई रिपोर्ट में पपीते को सेहत के लिए खतरनाक बताया गया है। खलीलाबाद तहसील क्षेत्र के पटखौली के निवासी विनोद कुमार की दुकान से लिया गया मूंगफली दाना का नमूना तथा नेदुला स्थित शिवम किराना स्टोर से लिया गया कुट्टू का आटा अधोमानक निकला है। सिद्धार्थनगर जिले के बांसी के गोकुल ट्रेडर्स द्वारा धर्मसिंहवा बाजार में आपूर्ति की जाने वाली रेडीमेड मिठाइयां भी अधोमानक मिली हैं। वहीं इस साल सितंबर में मेंहदावल बाजार के शिवम कांदू पुत्र आनंद कुमार की फर्म से लिया गया पान मसाला लोहा ब्रांड एवं अभिषेक ट्रेडर्स बस्ती के प्रोपराइटर शिवजी साह के वाहन से लिया गया हल्दी पाउडर भोला इंडिश ब्रांड का नमूना भी असुरक्षित पाया गया है। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी आशुतोष राय ने कहा कि संबंधित दुकानों के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कोर्ट में वाद दायर किया जाएगा और सभी को सजा दिलाने का प्रयास किया जाएगा, जिससे जनता की सेहत के साथ हो रहे खिलवाड़ पर प्रभावी विराम लगाया जा सके। उधर जांच रिपोर्ट विपरीत आने से कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।

chat bot
आपका साथी