खुद का पक्का मकान बेटों को सरकारी आवास

राही (रायबरेली): शासन के लाख पारदर्शिता के दावे के बावजूद गरीबों को मिलने वाले आशियाने पर अमीरों का

By Edited By: Publish:Thu, 04 Feb 2016 11:08 PM (IST) Updated:Thu, 04 Feb 2016 11:08 PM (IST)
खुद का पक्का मकान बेटों को सरकारी आवास

राही (रायबरेली): शासन के लाख पारदर्शिता के दावे के बावजूद गरीबों को मिलने वाले आशियाने पर अमीरों का कब्जा होता जा रहा है। प्रशासन द्वारा लोहिया और इंदिरा आवास को बांटने में जमकर धांधली की जा रही है। हाल यह है कि दो मंजिला पक्के मकान वालों को एक नहीं दो दो आवास मिल रहे हैं। कभी कभी दो लोहिया और इंदिरा आवास दोनों में एक परिवार को मिल रहा है। पक्के मकान वालों के जितने बेटे उतने आवास मिले हैं। इस सबकी शिकायत के बाद कोई कार्रंवाई नहीं हो रही है।

ग्राम पंचायत राही में आवास आवंटन को लेकर लगातार उठापटक चल रही है। विभाग की लचर कार्य प्रणाली से जांचों का निस्तारण नही हो पा रहा है। 2014 में आवास अपात्रों को आवंटित किया गया है। जांच के बाद भी पूरे मामले में लीपापोती कर दी गई है। नए आवंटन में भी घपला हो गया है। ऐसे लोगों को आवास दे दिए गए जो पहले से ही संपन्न रहे। ब्लाक क्षेत्र एक दर्जन से ज्यादा प्रमाणित मामले सामने आए हैं जिसमें एक परिवार मे दो दो आवास मिले हैं। जबकि उनके पास पहले पक्के मकान हैं। इसकी शिकायत करने पर केवल जांच करने की बात कही जाती है, लेकिन होता कुछ नहीं।

एडीओ पंचायत श्रवण कुमार श्रीवास्तव कहते हैं कि शिकायत मिली तो कार्यवाई की जाएगी। उधर खंड विकास अधिकारी निशांत पाण्डेय ने बताया कि कई मामलों की शिकायतें मिलीं हैं। इनकी जांच कराई जाएगी।

ऐसे बांटे गए आवास

तस्वीर एक : विश्वनाथ पुत्र लक्ष्मण छरहरा । दो मंजिला पक्का माकान है। दो बेटे हैं। दोनों के पास लोहिया और इंदिरा आवास है।

तस्वीर दो : विनोद कुमार पुत्र गया प्रसाद । इनकी मां के पास लोहिया आवास है। विनोद को इंदिरा आवास आंवटित किया गया है।

तस्वीर तीन : एक ही वीपीएल नंबर पर त न बार आवास आंवटित किया गया है। पहले राजेंद्र प्रसाद को आवास दिया गया बाद में बहू माया देवी,मां राम दुलारी को आवास दिए गए हैं।

तस्वीर चार : राजवती को आवास दिया गया बाद में पति शत्रोहन को भी इंदिरा आवास आवंटित किया गया।

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