आवास प्लस योजना की सूची में लाभार्थियों के नाम गायब

गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए चल रही आवास प्लस योजना में दर्जनों ग्राम पंचायत के लोगों को झटका लगा है। इस योजना में पंजीकृत लाभार्थियों का नाम अचानक सूची से गायब हो गए। इससे यह लोग आवास की सुविधा पाने से वंचित रह जाएंगे। सालों से इंतजार के बाद जब यह मौका आया तो अचानक हाथ से फिसल गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 10:13 PM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 10:13 PM (IST)
आवास प्लस योजना की सूची में लाभार्थियों के नाम गायब
आवास प्लस योजना की सूची में लाभार्थियों के नाम गायब

संवाद सूत्र, संडवा चंद्रिका : गरीबों को छत मुहैया कराने के लिए चल रही आवास प्लस योजना में दर्जनों ग्राम पंचायत के लोगों को झटका लगा है। इस योजना में पंजीकृत लाभार्थियों का नाम अचानक सूची से गायब हो गए। इससे यह लोग आवास की सुविधा पाने से वंचित रह जाएंगे। सालों से इंतजार के बाद जब यह मौका आया तो अचानक हाथ से फिसल गया।

गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे परिवार की वर्ष 2011 की सूची में कई गरीब परिवार छूट गए थे, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा था। सूची में छूटे गरीबों को शासन द्वारा संचालित आवास प्लस योजना में 2016 में जांच करके सूची तैयार की गई थी, जिसमें संडवा चंद्रिका विकास खंड के 70 ग्राम पंचायतों में सात हजार लोगों की सूची तैयार की गई थी। 2011 की सूची में दर्ज शत प्रतिशत गरीबों को आवास मुहैया कराए जाने के बाद आवास प्लस योजना में पंजीकृत लाभार्थियों को आवास देने की कवायद चल रही है। इस बीच सूची में पंजीकृत लोगों की पात्रता की जांच के लिए ब्लाक स्तर पर गठित टीम गांव जाकर जांच करनी शुरु की तो जानकारी हुई की पूर्व में तैयार सूची से हजारों नाम कट गए हैं। इससे प्रधानो के साथ लाभार्थियों में आक्त्रोश फैल गया। क्षेत्र की दर्जनों ग्राम पंचायतों में तैयार सैकड़ों लोगों के नाम गायब हो गए। ग्राम पंचायत खैरा गौरबारी, कोलबजरडीह, बहुंचरा, रसूलपुर गुलरहा, उपाध्यायपुर, पूरे पांडेय, कमोरा, अंतू देहात सहित दर्जन भर गांव के लोगों का नाम सूची से गायब है। सालों से इंतजार के बाद गरीबों को आवास मिलने में संकट उतपन्न हो गया है। प्रधानों ने इसकी शिकायत बीडीओ के साथ डीएम व ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह मोती सिंह से की है। इस संबंध में मंत्री ने अधिकारियों से दूरभाष पर बात भी की, लेकिन अभी इसका निदान नहीं हो सका है।

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आवास प्लस योजना में शामिल गरीबों के नाम तकनीकी कमी के चलते कंप्यूटर से उड़ गए हैं। शासन स्तर पर ही वेबसाइट खोले जाने की व्यवस्था है। सूची से गायब नाम को पुन: शामिल किया जाएगा।

-शमा सिंह, बीडीओ संडवा चंद्रिका

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