दोनों भालू जंगल में वापस, ग्रामीणों को राहत

जंगल से बाहर निकलकर आबादी की ओर आ गए दोनों भालू अब जंगल में पहुंचा दिए गए हैं। ग्रामीणों को काफी राहत मिली है। सामाजिक वानिकी वन्यजीव प्रभाव की टीम ने बुधवार को देर शाम रेक्स्यू करके दोनों भालुओं को जंगल के भीतर खदेड़ने में कामयाबी हासिल कर ली।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 May 2020 11:02 PM (IST) Updated:Thu, 28 May 2020 11:02 PM (IST)
दोनों भालू जंगल में वापस, ग्रामीणों को राहत
दोनों भालू जंगल में वापस, ग्रामीणों को राहत

जेएनएन, जमुनियां खास (पीलीभीत) : जंगल से बाहर निकलकर आबादी की ओर आ गए दोनों भालू अब जंगल में पहुंचा दिए गए हैं। ग्रामीणों को काफी राहत मिली है। सामाजिक वानिकी वन्यजीव प्रभाव की टीम ने बुधवार को देर शाम रेक्स्यू करके दोनों भालुओं को जंगल के भीतर खदेड़ने में कामयाबी हासिल कर ली।

तहसील कलीनगर क्षेत्र के गांव पिपरिया संतोष, नवदिया सुखदासपुर में गांव के पीछे आम के बाग में बुधवार को सुबह दो भालुओं की चहलकदमी देखी गई थी। सूचना पर इकट्ठे हुए ग्रामीणों ने दोनों भालुओं को जंगल की ओर भगाने के लिए खेतों में दौड़ाया। भालू जंगल के करीब जाते समय पूरनपुर खटीमा मार्ग पर पिपरिया संतोष चौराहा से चंद कदम की दूरी पर सड़क किनारे झाड़ी में छिप गए थे। इसके बाद सामाजिक वानिकी वन्यजीव प्रभाव की टीम को इनकी निगरानी के लिए लगा दिया गया। बुधवार को ही देर शाम टीम ने रेस्क्यू करके दोनों भालुओं को जंगल के भीतर खदेड़ने में कामयाबी पाई। वन कर्मियों के मुताबिक उन्होंने ट्रैक्टर पर सवार होकर रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाने में सफलता पाई है। कलीनगर के सेक्शन अधिकारी अजमेर सिंह यादव ने बताया कि एक भालू तो पहले ही अपने आप जंगल की ओर निकल गया लेकिन दूसरा भालू काफी देर तक सड़क किनारे झाड़ियों में छिपा रहा था। बुधवार को शाम करीब सात बजे झाड़ियों में छिपे भालू को भी टीम द्वारा सुरक्षित जंगल के लिए भेज दिया है। ग्रामीणों को आगाह किया गया कि अगर जंगल से निकलकर कोई भी वन्यजीव खेतों की ओर आ जाए तो तुरंत इसकी सूचना विभागीय कर्मियों को दें, जिससे समय रहते रेस्क्यू किया जा सके।

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